कोविड के बाद कामकाज की दुनिया में बहुत से बदलाव आये हैं। जहां बहुत से नए किस्म के जाब्स तैयार हुए हैं वहीं पुरानी किस्म की नौकरियों में भी काम के तरीके बदले हैं। ऑनलाइन और वर्क फ्रॉम होम के वर्क कल्चर से सभी परिचित हो चुके हैं। वहीं आज के न्यू नार्मल माहौल में रिमोट वर्किंग और फ्रीलांसिग कंस्लटैंसिंग की बाढ़ सी आई हुई है। ऑनलाइन लेखन, टीचिंग, मेंटरशिप, कंटेंट क्रिएशन, क्रिएटिव राइटिंग, प्लानिंग, डिजाइनिंग से लेकर फोटोग्राफी तक के बहुत से क्षेत्रों में फ्रीलांस एक्सपर्ट के लिए अवसरों की भरमार है। यूथ आज रूटीन जॉब के बजाए फ्रीलांसिंग को भी खासी तरजीह दे रहे हैं। इसकी खास वजह है कि फ्रीलांस प्रोफेशनल्स को एक किसी संस्था, संगठन या कंपनी के साथ बंधकर काम करने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही अलग-अलग किस्म के प्रोजेक्ट्स के साथ काम करते हुए फ्रीलांसर्स की विशेषज्ञता और डिमांड भी बढ़ती रहती है।
क्या है फ्रीलांसिंग या रिमोट कंसल्टेंसी-
फ्रीलांसिंग का मतलब है कि आप कहीं किसी भी कंपनी के नियमित कर्मचारी नहीं। किसी भी कंपनी के साथ जुड़कर उसे काम में सलाह देना, उसके प्रोजेक्ट्स में मदद करना ही फ्रीलांसिंग है। फ्रीलांस एक्सपर्ट इसके लिए संबंधित कंपनियों या संस्थाओं से फीस चार्ज करते हैं। यह कंसल्टेंसी फीस ही फ्रीलांसर्स की इनकम है। फीस हर प्रोजेक्ट की अवधि और उसकी महत्ता पर निर्भर करती है। आजकल बाजार में बहुत प्रतिस्पर्धा का दौर है इसलिए बहुत सी कंपनियां फ्रीलांसर्स के जरिए अपने प्रोजेक्ट को पूरा करवा रहे हैं। ये पेशेवर फ्रीलांस सलाहकार अलग-अलग वक्त पर अपने क्लाइंट को उनकी डिमांड के अनुसार सलाह देने का काम करते हैं। ये रिमोट तरीके से यानी अपने क्लाइंट या कंपनी के आफिस गए बिना घर से ही ऑनलाइन सलाह देकर प्रोजेक्ट को पूरा करने का काम करते हैं।
फ्रीलांसिंग ही क्यों-
अगर हम कहीं नौकरी करते हैं तो हमें अपना समय और आउटपुट देने के बदले कंपनी सैलरी देती हैं। कंपनियां बहुत तोल-मोल करने के बाद आपकी सैलरीज फिक्स करती हैं। हलांकि एक्सपीरियंस बढ़ने के साथ सैलरी भी बढ़ती है लेकिन अगर आपका अपनी फील्ड में एक्टसर्पटाइज है और आउटपुट बेहतरीन है तो फिर आपके लिए फ्रीलांस कंसल्टिंग में खासी संभावनाएं हो सकती हैं। फ्रीलांसिंग एक किस्म से सेल्फ एम्प्लॉयमेंट ही है। यहां हम किसी एक कंपनी के साथ या अलग-अलग क्लाइंट्स के साथ जुड़कर उनके प्रोजेक्ट्स में अपनी सेवाएं देते हैं। इसके बदले हमें एक निश्चित फीस या रकम मिलती है। अनुभव के हिसाब से फीस कम या ज्यादा हो सकती है। एक्सपर्ट मानते हैं कि पिछले एक साल के दौरान फ्रीलांस वर्किंग में जबरदस्त उछाल आया है। हिंदुस्तान यूनिलिवर, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक सहित अनेक दिग्गज कंपनियों ने टैलेंट हंटिंग के लिए फ्रीलांसिग को खासा बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। इसलिए आने वाले वक्त में फ्रीलांसिंग एक बूम वाला सेक्टर रहेगा।
कौन बन सकता है सक्सेसफुल फ्रीलांसर-
कौन लोग फ्रीलांसिंग कर सकते हैं। किनके लिए इस सेक्टर में अच्छे अवसर हो सकते हैं। इन सवालों का जवाब बहुत ही आसान है। हर वो व्यक्ति जिसके पास किसी भी सेक्टर का थोड़ा सा भी वर्क एक्सपीरियंस है वो फ्रीलांसिंग में हाथ आजमा सकते हैं। आप अगर कहीं रूटीन जॉब कर रहे हैं और कुछ एक्स्ट्रा इनकम सोर्स खोज रहे हैं तो भी फ्रीलांसिंग एक अच्छा ऑप्शन है। अगर वक्त के साथ आपको लगता है कि फ्रीलांस कंसल्टिंग में अच्छा रिजल्ट आ रहा है तो आप उसे ही फुल टाइम जॉब जैसा भी बना सकते हैं। याद रखें कि इस फील्ड में सफलता के लिए अपने क्लाइंट या कस्टमर की डिमांड, बजट, प्लानिंग आदि सभी बातों को ध्यान से समझें। अगर आप अलग-अलग प्रोजेक्ट्स और क्लाइंट्स के साथ काम कर रहे हैं तो टाइम डिस्ट्रीब्यूट करना बहुत महत्वपूर्ण है। बाजार पर नजर बनाए रखें और खुद को अपडेट रखें तो फ्रीलांसिंग आपके लिए सक्सेसफुल काम हो सकता है।
कैसे खोजें काम -
अगर आपने सोच लिया है कि बतौर फ्रीलांस काम करना है तो सबसे बड़ा सवाल होगा कि काम कैसे शुरू किया जाए। दरअसल सच तो यह है कि शुरूआत बहुत ही कठिन है। इंटरनेट पर फ्रीलांसिंग का काम खोजेंगे तो हजारों प्लेटफार्म मिलेंगे जो काम का ऑफर देंगे। लेकिन बहुत सिस्टमैटिक काम दिलवाने वाले अथैंटिक या भरोसेमंद वेबसाइट या प्लेटफार्म भी बहुत हैं। बस आपको उनको खोजना होगा। आप शुरुआत में अपने काम के सैम्पल्स उन्हें बता सकते हैं। अगर आपका पहले किया गया असाइनमेंट किसी कंपनी को अच्छा और इम्प्रेसिव लगेगा तो ही वे आपको काम देंगे। इसलिए अपने सीवी/बायोडाटा और काम के प्रजेंटेशन को बेहतरीन और अट्रैक्टिव बनाएं। काम खोजने के लिए नेटवर्किंग बनाएं और हमेशा फील्ड के लोगों से कम्युनिकेट करते रहें। अच्छा होगा कि आप नौकरी या करियर की कुछ वेबसाइट पर बतौर फ्रीलांसर अपना रजिस्ट्रेशन करा कर रखें। अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स को बेहतर रखना भी इस क्षेत्र की एक डिमांड है।
किन फील्ड में है अधिक संभावनाएं -
वैसे तो कंपनियों को हमेशा से ही बहुत से कामों के लिए कंसल्टेंसी की आवश्यकता होती है। वे समय-समय पर आउटसोर्स बेस पर बाजार से एक्सपर्ट की सलाह लेते भी हैं। लेकिन आजकल ज्यादातर स्टार्टअप या बिजनेस सेक्टर में फ्रीलांसिंग की खूब डिमांड है। जहां तक विशेष क्षेत्रों की बात है तो डेटा एंट्री, सेल्स, वीडियो एडिटिंग, एनिमेशन, शॉर्ट मूवी मेकिंग, वर्चुअल असिस्टेंसी, डेटा एनालिटिक्स, कंप्यूटिंग, क्रिएटिव कंटेंट राइटिंग, रिमोट कस्टमर सर्विस, रिसर्च आदि क्षेत्रों में फ्रीलांसिंग के बहुत अधिक अवसर हैं। इन क्षेत्रों में फ्रीलांसिंग में हाथ आजमा कर भी आप बतौर फ्रीलांसर अच्छी कमाई कर सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वक्त में और क्षेत्रों में भी फ्रीलांसिंग के अवसरों में खूब उछाल आएगा।
*फ्रीलांसिग को प्रोफेशन बना कर युवा करने अपने पैशन को पूरा।
*आज की नई युवा पीढ़ी में बढ़ रहा है फ्रीलांसिग का शगल।
*मन मुताबिक समय में काम करने की आजादी देता है फ्रीलांसिंग
*विश्व की टाप कंपनियां दे रहीं फ्रीलांसर्स को अवसर।
*आपके टैलेंट को विश्व स्तर पर पेश करने का बेहतरीन तरीका है फ्रीलांसिंग
इसलिए अगर आप अपने जॉब से उब चुके हैं या घर बैठे अपनी शर्तों पर अपने मनमुताबिक समय अनुसार काम करके पैसा कमाना चाहते हैं तो आपके लिए फ्रीलांसिंग बहुत ही अच्छा फील्ड है। आज इंटरनेट ऑफ थिंग्स के जमाने में फ्रीलांसिंग एक बेहतरीन इम्प्लॉयमेंट ऑप्शन है। कोरोना के बाद से इस समय बहुत से युवा फ्रीलांसिंग में ही करियर बना रहे हैं। तो अगर आपको भी लगता है कि आप एक अच्छे फ्रीलांस बन सकते हैं तो इस सेक्टर में आपके लिए असीमित संभावनाएं हैं।