नई दिल्ली। रेलवे के कायाकल्प के लिए नई कार्यकुशलता के साथ इसके ढांचे में बदलाव के उद्देश्य से रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने 7 मिशन शुरू करने का प्रस्ताव किया है।
प्रभु ने गुरुवार को वर्ष 2016-17 के रेल बजट पेश करते हुए कहा कि राजस्व बढ़ाने के लिए मिशन 25 टन, दुर्घटना रोकने के लिए मिशन जीरो दुर्घटना, खरीद और खपत में कुशलता के लिए मिशन पीएसीई तथा माल ढुलाई एवं रफ्तार को गति देने के लिए मिशन रफ्तार शुरू करने का प्रस्ताव है।
इनके अलावा सौ प्राइवेट साइडिंग को चालू करने के लिए मिशन शतक, लेखाकंन में पारदर्शिता लाने के लिए मिशन बुककीपिंग से आगे और माल ढुलाई के लिए बनाए जा रहे दो समर्पित माल भाड़ा गलियारों के अधिकाधिक उपयोग के लिए मिशन क्षमता उपयोग बनाने की योजना है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक मिशन का प्रधान एक मिशन निदेशक होगा, जो सीधे रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को रिपोर्ट करेगा। किसी विशेष मिशन के लिए प्रत्येक रेलवे उसकी उत्पादन इकाई, आरडीएसओ और केंद्रीकृत प्रशिक्षण संस्थानों से नामित किए गए अधिकारी फील्ड लेवल पर कार्यान्वयन कार्य में सहयोग करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस मिशन के लिए वार्षिक परिणाम के आधार पर कार्य-निष्पादन के लक्ष्य घोषित किए जाएंगे और वार्षिक लक्ष्यों के संदर्भ में पूरी योजना बनाई जाएगी। ये मिशन अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक कार्यान्वयन योजनाओं को अंतिम रूप देंगे। (वार्ता)