गुजराती फिल्म चाल जीवी लैये जब ऋषि कपूर ने देखी तो उन्हें यह फिल्म इतनी पसंद आई कि वे इसका हिंदी रीमेक करने के लिए तैयार हो गए। यह पिता-पुत्र की कहानी है। बेटा दिन-रात काम करता रहता है। उसके पिता गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं। उनकी आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए पिता-पुत्र एक यात्रा पर जाते हैं। गुजराती में यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी।
ऋषि कपूर चाहते थे कि इस फिल्म का हिंदी रीमेक बने जिसमें वे खुद और उनका बेटा रणबीर कपूर इसमें मुख्य भूमिकाएं निभाएं। रणबीर को भी उन्होंने फिल्म करने के लिए राजी कर लिया था।
फिल्म की प्रोडक्शन कंपनी के सीईओ रीतेश लालन के अनुसार लॉकडाउन के पहले तक ऋषि कपूर से बात चल रही थी। इसी बीच लॉकडाउन लग गया और बातचीत रूक गई। फिर ऋषि कपूर ने ही दुनिया को अलविदा कर दिया और उनकी यह ख्वाहिश उनके साथ ही चली गई। रणबीर कपूर से बाद में कोई भी बात नहीं हुई।
रीतेश के अनुसार रियल लाइफ पिता-पुत्र फिल्म में भी पिता-पुत्र बनते तो दर्शक सीधे फिल्म से कनेक्ट होते। ऋषि और रणबीर दोनों की गिनती बेहतरीन कलाकारों में होती है।
ऋषि और रणबीर इसके पहले 'बेशरम' फिल्म कर चुके थे जो बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी।