रणबीर सिंह, जो पहली बार निर्देशक रोहित शेट्टी के साथ उनकी फिल्म 'सिम्बा' में काम कर रहे हैं, का मानना है कि मसाला फिल्में, आर्ट फिल्मों की तुलना में बहुत मेहनत मांगती हैं। सिम्बा के बारे में बोलते हुए रणवीर ने इस फिल्म को मेनस्ट्रीम एंटरटेनर बताया है जिसमें फुलऑन मसाला है।
जोया अख्तर की गली बॉय को पूरा करने के बाद, रणवीर सिंह अब रोहित शेट्टी के सिम्बा के लिए तैयार हो रहे हैं। रणबीर फिर से मसाला फिल्में करने को लेकर बहुत उत्सुक हैं। रणवीर कहते हैं कि सिम्बा मेरे लिए घर का क्षेत्र है। मुझे लगता है कि मैं इसमें खुद रह सकता हूं। उसके अलावा मेनस्ट्रीम और एंटरटेनर मसाला फिल्में, यही मेरी चीज़ है।
रणवीर ने मसाला फिल्मों के लिए कहा कि लोग इस तरह की फिल्म को कम आर्ट मानते हैं, लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता। एक ऐसी फिल्म बनाना जो थोड़ी ऑडियंस को अपील करे वो आसान है। लेकिन ज़्यादा लोगों के लिए फिल्में बनाना जिसे बच्चे, बुढ़े और परिवार सभी एकसाथ देख पाएं और मज़े ले सके, ऐसी फिल्में बनाना ज़्यादा मुश्किल काम होता है। लोग बहुत जल्दी ऐसी फिल्मों को जज कर लेते हैं। सिम्बा जैसी फिल्म बनाने के लिए भी उतनी ही मेहनत लगती है।
रणवीर ने आगे बताया कि मेरा गोल है एक ऐसी फिल्म करना जिसमें विश्वसनीयता और ऑडियंस के लिए अपील भी हो। साथ ही मैं मेनस्ट्रीम मसाला फिल्मों का एक बड़ा प्रचारक भी हूं। मैं ऐसी फिल्में देखकर ही बड़ा हुआ हूं और मुझे वो पसंद है। यह मेरे खून में है।