साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म 'हिचकी' में रानी मुखर्जी शिक्षिका की भूमिका में नजर आईं जिसे टॉरेट सिंड्रोम नामक बीमारी थीं। फिल्म में दिखाया गया कि शिक्षिका को अपने प्रोफेशनल लाइफ में किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस प्रेरणादायक फिल्म में रूढ़िवादिता के खिलाफ एक प्रगतिशील संदेश देने का प्रयत्न किया गया है।
फिल्म की कहानी ब्रैड कोहेन की किताब 'फ्रंट ऑफ द क्लास: हाऊ टॉरेट सिंड्रोम मेड मी द टीचर आई नेवर हैड' पर आधारित है। कम बजट में बनी फिल्म हिचकी बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी।
फिल्म हिचकी 19 जुलाई से इटली में होने जा रहे 49वें गिफोनी फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। फिल्म हिचकी के निर्माता मनीष शर्मा ने कहा कि हिचकी की कहानी दुनिया भर के दर्शकों के साथ जुड़ाव रखती है। इसमें एक सार्वभौमिक कहानी है जो प्रेरणादायक होने के साथ-साथ दिल को छू जाती है।
इससे पहले चीन में रानी की फिल्म को रिलीज किया गया था। जिसे लेकर रानी ने कहा था, अच्छे सिनेमा के लिए भाषा किसी तरह की बाधा नहीं है और यह दर्शकों के दिलों और दिमाग को जोड़ती है और 'हिचकी' की सफलता ने यह साबित कर दिया है।