करण जौहर के बचाव में उतरे राम गोपाल वर्मा, कहा- नेपोटिज्म के बिना समाज बिखर जाएगा...

Webdunia
बुधवार, 17 जून 2020 (16:07 IST)
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद नेपोटिज्म पर फिर से बहस छिड़ गई है। विवेक ओबेरॉय, कंगना रनौत, शेखर कपूर, रवीना टंडन सहित कई हस्तियों ने इस बारे में अपनी बात रखी। इसके अलावा लोगों ने ट्विटर पर करण जौहर को जमकर ट्रोल किया। इस बीच फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा ने नेपोटिज्म को जायज ठहराते हुए करण जौहर का सपॉर्ट किया है।

राम गोपाल वर्मा ने लगातार कई ट्वीट किए और सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह करण जौहर को बताने वालों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इनसाइडर होने से पहले हर कोई बाहरी होता है।

उन्होंने ट्वीट में लिखा, “जो भी हुआ उसके लिए करण जौहर पर आरोप लगाना ये साबित करता है कि लोगों को फिल्म इंडस्ट्री की समझ नहीं है। अगर ये मान भी लिया जाए कि करण को सुशांत से दिक्कत थी तब भी ये उनकी पसंद है कि वो किसके साथ काम करना चाहते हैं, जैसे हर फिल्ममेकर की पसंद होती है कि वो किस एक्टर के साथ काम करना चाहता है।”

राम गोपाल वर्मा आगे लिखते हैं, “12 साल इंडस्ट्री में बिताने के बाद, दौलत और शोहरत हासिल करने के बाद अगर सुशांत अपनी जान ले लेते हैं क्योंकि उन्हें बाहरी जैसा फील कराया जाता है तो फिर उन 100 एक्टर्स के सुसाइड को भी ठीक ठहराया जा सकता है जो सुशांत के आसपास भी नहीं पहुंच पाए।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “अमिताभ बच्चन जैसे कई इनसाइडर कभी आउटसाइडर ही थे। करण जौहर इसलिए इंडस्ट्री में नहीं हैं क्योंकि इनसाइडर हैं, बल्कि उनकी फिल्में लाखों लोगों द्वारा देखी जाती हैं।”

नेपोटिज्म का सपोर्ट करते हुए रामू लिखते हैं, “नेपोटिज्म के बिना समाज बिखर जाएगा क्योंकि परिवार से प्यार ही समाज का आधार है। जैसे आप दूसरे की बीवी से ज्यादा प्यार नहीं कर सकते और आप दूसरों के बच्चों को भी अपने बच्चों से ज्यादा प्यार नहीं कर सकते।”

‘सत्या’ डायरेक्टर ने आगे लिखा, “नेपोटिज्म को नेगेटिव समझना मजाक की तरह है, क्योंकि पूरा समाज परिवार को प्यार करने के सिद्धांत पर ही टिका है। क्या शाहरुख खान आर्यन के बजाए किसी और को लॉन्च करेंगे, सिर्फ इसलिए कि वो ज्यादा काबिल है?

राम गोपाल वर्मा आगे लिखते हैं, “सोशल मीडिया में इस बात को लेकर खूब शोर किया जा रहा है कि एक सुपर टैलेंट को दबा दिया गया, मैं यह शर्त लगा सकता हूं कि 48 घंटे पहले तक सोशल मीडिया में उन लाखों लोगों की तरफ से एक भी ऐसा कमेंट नहीं किया गया होगा, जिसमें सुशांत की फिल्में देखने की मांग की गई हो।”

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