अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से दुनिया भर में रंगभेद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है। कई सेलेब्स ने ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन को लेकर जोर-शोर से अपनी राय रखी है। प्रियंका चोपड़ा सहित कई बॉलीवुड सितारे भी खुलकर आंदोलन के पक्ष में खड़े दिखाई दिए। लेकिन एक्ट्रेस को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्होंने एक वक्त फेययरनेस क्रीम का विज्ञापन किया था। सोशल मीडिया यूजर उन्हें रंगभेद के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने पर पाखंडी कहने लगे।
हालांकि, प्रियंका चोपड़ा ने विवाद पर अपना रुख जाहिर नहीं किया है, लेकिन अब उनका एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। वीडियो में उन्होंने इन विज्ञापन से जुड़ने की वजह बताई थी।
वीडियो में प्रियंका से पूछा गया कि आप फेयरनेस क्रीम को एंडोर्स करने के बारे में क्या सोचती हैं? इस पर प्रियंका ने कहा कि उन्हें इस बारे में काफी बुरा लगता है क्योंकि उनकी खुद की स्किन डस्की कलर की है।
प्रियंका ने बताया कि उनका पंजाबी परिवार उन्हें मजाक में काली कहकर बुलाता था। जब वे 13 साल की थीं तो फेयरनेस क्रीम लगाकर खुद को गोरा करना चाहती थीं।”
प्रियंका ने यह भी कहा कि उन्होंने 1 साल तक फेयरनेस प्रोडक्ट्स को एंडोर्स किया, लेकिन उन्हें बाद में एहसास हुआ कि वे अपनी स्किन के साथ कंफर्टेबल हैं और वे ऐसा नहीं करना चाहती हैं।
प्रियंका ने कहा कि वे उस समय सिर्फ 21 या 22 साल की थी और इंडस्ट्री में अपने आपको तलाशने की कोशिश कर रही थी। उन्हें इसके बाद भी कई फेयरनेस क्रीम्स के ऑफर आए, लेकिन प्रियंका ने हमेशा इन ऑफर्स को ठुकरा दिया।