निर्देशक अली अब्बास जफर ने जब से सोशल मीडिया पर 1987 में आई अनिल कपूर-श्रीदेवी-अमरीश पुरी स्टारर फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ की ट्रायलॉजी बनाने की घोषणा की, तब से इस क्लासिक फिल्म से जुड़े लोगों के बीच दरार पैदा हो गई है।
एक ओर जहां 1987 वाली मिस्टर इंडिया के निर्देशक शेखर कपूर ने अपना गुस्सा जाहिर किया है, वहीं ऑरिजिनल फिल्म के लेखक जावेद अख्तर ने उनपर स्क्रिप्ट के साथ ईमानदारी न बरतने का आरोप लगाया है। ‘मिस्टर इंडिया’ के क्रिएटिव राइट्स नहीं दिए जाने से नाराज शेखर कपूर ने अब कानूनी कार्रवाई करने के भी संकेत दिए हैं।
अब सूत्रों के हवालों से एक मीडिया रिपोर्ट में लिखा गया है कि बोनी कपूर ने ऑरिजिनल फिल्म के लीड एक्टर और अपने भाई अनिल कपूर को विश्वास में लिए बिना ही इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी, इसलिए अनिल कपूर नाराज हैं।
सूत्र ने कहा कि बोनी तकनीकी रूप से सही हैं। वह मिस्टर इंडिया के निर्माता हैं। उन्हें अपनी स्वीकृति देने से पहले किसी से सलाह लेने की आवश्यकता नहीं है। बोनी का जी स्टूडियो के साथ एक करीबी रिश्ता है। इसलिए उन्होंने मिस्टर इंडिया का रीमेक बनाने की मंजूरी दे दी। लेकिन अनिल इस प्रोजेक्ट की घोषणा से खुश नहीं हैं। और वह भी सही हैं। क्योंकि वह केवल मिस्टर इंडिया के लीड एक्टर ही नहीं बल्कि निर्माता के भाई भी हैं।
अब अनिल कपूर की बेटी सोनम कपूर का इस अपकमिंग प्रोजेक्ट को लेकर नाराजगी जाहिर करना इस ओर इशारा करता है कि कपूर खानदान में दरार पड़ गई है। सोनम ने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि मिस्टर इंडिया की रीमेक अनाउंस करने से पहले किसी ने न ही शेखर कपूर और न ही उनके पिता अनिल कपूर से बात की! एक्ट्रेस ने कहा कि ये बहुत दुख की बात है क्योंकि मिस्टर इंडिया मेरे पिता के दिल के काफी करीब है और इस फिल्म के लिए उन्होंने काफी मेहनत की थी।