मध्यप्रदेश के सिनेमाघरों में हड़ताल चल रही है। 5 अक्टोबर से शुरू हुई हड़ताल का आज 8वां दिन है। पिछले सप्ताह 'अंधाधुन', 'वेनम' और 'लवयात्री' जैसी फिल्मों का प्रदर्शन नहीं हो पाया था।
12 अक्टोबर को भी 'हेलीकॉप्टर ईला', 'फ्रायडे', 'जलेबी' और 'तुम्बाड' का प्रदर्शन नहीं हुआ और दर्शक फिल्म देखने से वंचित है। जीएसटी लगने के बाद मनोरंजन कर भी लगा दिया गया है।
इस कर के विरोध में फिल्म निर्माता अपनी नई फिल्मों के सैटेलाइट अधिकार मध्यप्रदेश के सिनेमाघरों को नहीं दे रहे हैं। उनका कहना है कि यह टैक्स हटाया जाए। यदि मध्यप्रदेश में यह टैक्स मंजूर कर लिया गया तो देश के अन्य प्रदेशों में भी इस तरह के टैक्स का सामना करना पड़ सकता है।
मध्यप्रदेश के सिनेमाघर मालिक चाहते हैं कि हड़ताल खत्म हो क्योंकि प्रदेश में आचार संहित लग गई है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय की स्थिति नहीं बन पाई है। संभव है कि एक या दो दिनों में किसी बात पर सहमति हो और हड़ताल खत्म हो।