खतरों के खिलाड़ी 11 में इस बार कुछ उल्टा-पुल्टा हो रहा है। मजबूत खिलाड़ी बाहर हो रहे हैं और डरपोक बचे जा रहे हैं। निक्की तंबोली पहले सप्ताह ही बाहर हो गई थीं, लेकिन उन्हें तुरंत फिर से एंट्री दे दी गई। कई स्टंट्स करने से उन्होंने इंकार कर दिया। विशाल जैसे मजबूत खिलाड़ी को उनका पार्टनर होने का खामियाजा भुगतना पड़ा और इस सप्ताह निक्की के साथ वे भी बाहर हो गए।
निक्की के इस तरह के बर्ताव पर न केवल आम लोग बल्कि वे कंटेंस्टेंट्स भी आवाज उठाने लगे। उनका कहना था कि सौरभ जैन, आस्था गिल और विशाल सिंह जैसे खिलाड़ी मजबूत थे और अच्छा खेल दिखा रहे थे, लेकिन शो के फॉर्मेट के चलते बाहर होना पड़ा। दूसरी निक्की कमजोर खिलाड़ी हैं। पहले सप्ताह में ही बाहर होने पर उन्हें वापस क्यों एंट्री दे दी गई? दूसरों को भी दोबारा मौका मिलना चाहिए।
लगता है ये आवाजें शो के मेकर्स तक भी पहुंच गई है। खतरों के खिलाड़ी 11 में अगले सप्ताह तीन वाइल्ड कार्ड एंट्रीज़ हो रही हैं और ये तीन खिलाड़ी हैं सौरभ जैन, विशाल सिंह और आस्था गिल। इन्हें एक बार फिर मौका दिया जा रहा है ताकि ये अपना वर्चस्व साबित कर सके। साथ ही इनको न्याय भी मिल सके।
निक्की तंबोली बाहर हो गई हैं। उन्हें अब शो में शायद ही एंट्री मिले।