सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का पीरियड ड्रामा 'पुण्यश्लोक अहिल्याबाई' 18वीं सदी पर आधारित है, जिसमें एक ऐसी महिला की कहानी है, जो अपने वक्त से आगे की सोच रखती थीं और जिन्हें अपने ससुर मल्हार राव होल्कर का निस्वार्थ समर्थन मिला था।
ऐसे समय पर जब सामाजिक नियमों और पुरुषवादी सोच का बोलबाला था, तब महिलाओं के लिए शिक्षा को वर्जित माना जाता था, और उन्हें उनकी आवाज और उनके अधिकारों से वंचित रखा जाता था। ऐसे वक्त में अहिल्याबाई एक मिसाल बनकर उभरीं, जिन्होंने यह साबित किया कि कोई भी इंसान अपने लिंग या जन्म से नहीं, बल्कि अपने कर्मों से महान होता है।
एक्ट्रेस अदिति जलतारे, इस शो में यंग अहिल्याबाई होल्कर का लीड रोल निभा रही हैं। इस शो में इस समय अहिल्या का सफर दिखाया जा रहा है, जो शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं, लेकिन समाज में इसका विरोध होता है। हालांकि मल्हार राव होल्कर उनके सपने पूरे करते हैं।
अदिति खुद कक्षा छठवीं में पढ़ती हैं और इस बारे में उन्होंने भी अपने अनुभव बताए। उन्होंने बड़े गर्व के साथ दावा किया कि उन्हें कभी एग्जाम से डर नहीं लगा।
अदिति जलतारे ने कहा, आमतौर पर मुझे एग्जाम से घबराहट नहीं होती। मैं परीक्षा की तैयारी और रिवीजन के लिए समय निकाल लेती हूं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लगातार अभ्यास ही काम आता है। मैं हमेशा से एक समर्पित स्टूडेंट रही हूं, जो पढ़ाई को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देती है।
उन्होंने कहा, यहां तक कि शूटिंग के दौरान भी मैं अपनी पढ़ाई को लेकर गंभीर रहती हूं और ब्रेक में मैं अपने वक्त का इस्तेमाल रिवीजन के लिए करती हूं। इससे मुझमें आत्मविश्वास पैदा होता है और फिर मैं निश्चिंत होकर बिना किसी डर या घबराहट के एग्जाम देती हूं।