हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने ब्राण्ड 'फेयर एंड लवली' क्रीम से 'फेयर' शब्द हटाने का फैसला लिया है। रंगभेद को लेकर दुनिया भर में हो रहे प्रदर्शन के बाद 'फेयर एंड लवली' के इस फैसले का सभी ने उत्साह से स्वागत किया है। इस ब्रांड की पैकेंजिंग से फेयर, व्हाइटनिंग और लाइटनिंग जैसे शब्दों को हटा दिया जाएगा।
फेयर एंड लवली के फैसले पर बॉलीवुड अभिनेत्री बिपाशा बसु और शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान ने खुशी जताई है और सोशल मीडिया पर पॉवरफुल पोस्ट शेयर किया है।
शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान भी इस खबर से बेहद खुश नजर आईं। सुहाना खान ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर हिंदुस्तान यूनिलीवर के बारे में आई इस खबर को शेयर किया।
बिपाशा बसु ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से खबर शेयर करते हुए लिखा, 'जब मैं बड़ी हो रही थी तो मैंने अक्सर सुना कि बोनी, सोनी से ज्यादा काली है। वो थोड़ी सांवली है ना। जबकि मेरी मां भी डस्की ब्यूटी थीं और मैं काफी हद तक उनकी तरह ही लगती थी। मुझे कभी पता नहीं चला कि मेरे रिश्तेदार इस बारे में चर्चा क्यों करते थे।'
जब में 15,16 साल की थी तब मॉडलिंग शुरू की। मैंने सुपरमॉडल कॉन्टेस्ट जीता था। हर न्यूजपेपर में खबर थी कि कोलकाता की सांवली लड़की विनर बनी। मैंने फिर सोचा कि मेरे नाम का पहला विश्लेषण सांवली क्यों है। फिर मैं न्यूयॉर्क और पेरिस गई मॉडलिंग करने के लिए और मुझे एहसास हुआ कि मेरे स्किन कलर के लिए मुझे यहां ज्यादा काम और ध्यान मिलता है। ये मेरी अलग खोज थी।
बिपासा ने कहा, जब मैं वापस आई तो मुझे फिल्म के ऑफर मिलना शुरू हुए। आखिरकार मैंने अपनी पहली फिल्म की, मैं इंडस्ट्री से पूरी तरह अजनबी थी। अचानक ही मुझे अपना लिया गया और पसंद किया गया। मगर विश्लेषण जुड़ा रहा। सांवली लड़की ने अपनी डेब्यू फिल्म से ऑडियंस को इंप्रेस किया। मेरे ज्यादातर आर्टिकल में मैंने जितना काम किया उससे ज्यादा चर्चा मेरे रंग की थी। मैं इसे नहीं समझ पाई। मेरे ख्याल से सेक्सी एक पर्सनालिटी है ना कि रंग। क्यों मेरे सांवलेपन के चलते मुझे बाकी एक्ट्रेस से अलग समझा गया। मुझे ज्यादा फर्क नहीं समझ आता मगर लोग बनाते हैं।
वहीं बॉलीवुड के जाने माने गीतकार मनोज मुतशिर ने ट्वीट किया, 'मैंने 250 से ज्यादा गाने लिखे हैं और गोरे रंग की शान में कभी एक शब्द भी नहीं लिखा। इस बात पर मुझे गर्व है। सुंदरता का रंग से कोई रिश्ता नहीं है। बंद कीजिए ये बताना की सांवली लड़की सुंदर नहीं होती। फेयर एंड लवली ने देर से हीसही, अपना नाम बदल के सही कदम उठाया है।'
बता दें कि अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका और कई देशों में ‘ब्लैक लिव्स मूवमेंट’ के दौरान विरोध प्रदर्शन हुआ था। इस प्रदर्शन के बाद भारत में इस मामले ने तूल पकड़ा और फेयरनेस क्रीम को लेकर विवाद शुरू हो गया था।