बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में 50 साल पूरे कर लिए हैं। अमिताभ बच्चन ने सफलता की उन बुलंदियों को छुआ है जो हर किसी को नसीब नहीं होती हैं। अमिताभ ने अपने करियर की शुरुआत में पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी साइन की थी।
हर सितारे का कोई न कोई गुरू होता है। अमिताभ के इतने लंबे करियर को देखते हुए सभी जानना चाहते हैं कि वह अपना गुरू किसे मानते हैं। अमिताभ बच्चन ने दक्षिण के दिवंगत सुपरस्टार शिवाजी गणेशन को अपना गुरु बताया है। अमिताभ 'उयान्र्था मनिथन' फिल्म के साथ अपने तमिल फिल्मी करियर में डेब्यू कर रहे हैं।
76 साल के अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर फोटो शेयर की जिसमें उन्होंने इसके बारे मे बताया। इस तस्वीर में वह और अभिनेता-फिल्म निर्माता एसजे सूर्या एक दीवार के पास खड़े हैं जिस पर गणेशन की तस्वीर है। अमिताभ ने इस तस्वीर का शीर्षक दिया, मास्टर-शिवाजी गणेशन की छत्रछाया में दो शिष्य सूर्या और मैं। शिवाजी तमिल सिनेमा के लेजेंड। उनकी तस्वीर दीवार पर सुशोभित है। अविश्वसनीय प्रतिभावान कलाकार। उनका आदर व सम्मान करता हूं। मैं उनके पांव छूता हूं।
'उयान्र्था मनिथन' का निर्देशन तमिलवानन कर रहे हैं। इसे साथ ही हिंदी में भी बनाया जाएगा। इस फिल्म की आधिकारिक घोषणा बीते अगस्त में की गई थी।