आखिर अक्षय कुमार को इतना डरने की जरूरत क्या थी?

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जो अक्षय कुमार, रितिक रोशन से बॉक्स ऑफिस पर टक्कर लेकर मुकाबला जीत गए वे 'पद्मावत' का सामना करने से क्यों घबरा गए? ऐन मौके पर उन्होंने अपनी फिल्म 'पैडमैन' को मुकाबले से हटा लिया और अब फिर वे 'अय्यारी' के सामने अपनी फिल्म को 9 फरवरी को रिलीज करेंगे। 
 
क्या अक्षय को अपनी फिल्म पर विश्वास नहीं है? क्या अक्षय को लगता है कि 'पद्मावत' की आंधी के सामने उनकी फिल्म टिक नहीं पाएगी? या अक्षय को यह डर सता रहा था कि 'पद्मावत' को लेकर माहौल खराब है और इस वजह से दर्शक उनकी फिल्म देखने के लिए भी सिनेमाघर नहीं आएंगे। 
 
पद्मावत और पैडमैन का कोई मुकाबला नहीं है। 'पद्मावत' एक बड़े बजट की फिल्म है। इसे कमर्शियल फॉर्मेट के आधार पर तैयार किया गया है। फिल्म के लिए बॉक्स ऑफिस कलेक्शन अति महत्वपूर्ण है। दूसरी ओर 'पैडमैन' कंटेंट आधारित फिल्म है। अक्षय कुमार का इस फिल्म में होना बोनस है। फिल्म की लागत कम है और मात्र 80 करोड़ रुपये के कलेक्शन पर इस फिल्म का हिट होना तय है। 
 
अक्षय का करियर इस समय सुनहरे दौर से गुजर रहा है और वे इस फिल्म को अच्छी ओपनिंग दिला सकते हैं। फिल्म के प्रोमो भी पसंद किए गए हैं और दर्शक इस बात से परिचित हैं कि किस तरह की फिल्म वे देखने जा रहे हैं। यह फिल्म इश्यू बेस्ड है और सेनेटरी नेपकिन की बात पुरजोर से उठाती है। बॉलीवुड में इस तरह की फिल्म पहली बार आ रही है। 
 
अक्षय ने अपनी फिल्म को कम आंका जबकि यह फिल्म 'पद्मावत' को जोरदार टक्कर दे सकती थी। साथ ही अक्षय ने 26 जनवरी जैसी छुट्टी गंवा दी। इस दिन फिल्म का रिकॉर्डतोड़ व्यवसाय होता है। कहीं न कहीं अक्षय गलती कर गए। 

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