ऐश्वर्या राय बच्चन हमेशा अपने ग्लैमर, एक्टिंग और पर्सनालिटी के लिए चर्चा में रहती हैं। लंबे समय से बड़े पर्दे से दूरी बनाने के बावजूद, ऐश्वर्या की जिंदगी हमेशा सुर्खियों में रहती है। अब एक्ट्रेस ने अपनी पर्सनालिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। ऐश्वर्या का आरोप है कि उनकी तस्वीरों और नाम का AI जेनरेटेड अश्लील और फेक कंटेंट के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
एक्ट्रेस ने अदालत में बताया कि उनकी अनुमति के बिना उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल व्यावसायिक उद्देश्य के लिए किया जा रहा है। इन तस्वीरों का उपयोग कॉपी, मग, टीशर्ट और अन्य सामान बेचने के लिए किया जा रहा है। ऐश्वर्या के वकील ने कहा कि इंटरनेट पर सर्कुलेट हो रही ये इमेजें पूरी तरह से AI जेनरेटेड हैं और किसी भी वास्तविकता से मेल नहीं खातीं, लेकिन फिर भी उनका नाम और चेहरा जोड़कर पैसे कमाए जा रहे हैं।
सीनियर एडवोकेट संदीप सेठी ने अदालत को बताया कि ये तस्वीरें केवल व्यवसायिक लाभ के लिए बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा, “उनके नाम और चेहरे का इस्तेमाल करने का कोई भी अधिकार किसी को नहीं है। लोग केवल ऐश्वर्या की छवि और नाम लगाकर ऑनलाइन पैसा कमा रहे हैं।”
ऐश्वर्या के प्रतिनिधित्व में एडवोकेट प्रवीण आनंद और ध्रुव आनंद भी अदालत में मौजूद थे। जस्टिस तेजस करिया ने मौखिक रूप से संकेत दिया कि डिफेंडेंट्स को चेतावनी देते हुए अंतरिम आदेश पारित किया जा सकता है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 7 नवंबर को संयुक्त रजिस्ट्रार और 15 जनवरी, 2026 को उच्च न्यायालय में सूचीबद्ध की।
बॉलीवुड की यह सुपरस्टार हमेशा अपने परिवार और पर्सनल लाइफ को प्राइवेसी में रखना चाहती हैं। ऐश्वर्या की बेटी आराध्या की परवरिश पर उनका पूरा ध्यान है, लेकिन इंटरनेट और सोशल मीडिया की दुनिया में उनके नाम और इमेज का दुरुपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है। इस कदम से ऐश्वर्या ने साफ संदेश दे दिया है कि उनकी छवि और पर्सनालिटी का कोई भी गैरकानूनी इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह मामला सिर्फ एक बॉलीवुड सेलिब्रिटी के लिए नहीं, बल्कि पूरे डिजिटल और सोशल मीडिया पर सेलिब्रिटी अधिकारों की सुरक्षा के लिए अहम मिसाल साबित हो सकता है।