आमिर खान जानते हैं कि उन पर दर्शकों का अटूट विश्वास है। दर्शक यह मान कर चलते हैं कि यदि फिल्म में आमिर खान हैं तो कुछ अलग और मनोरंजक देखने को मिलेगा, लेकिन हालिया रिलीज फिल्म 'ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान' अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। यह फिल्म इतनी खराब बनी कि समझ में नहीं आता कि हर फिल्म को सोच-समझ कर साइन करने वाले आमिर खान ने इस फिल्म में काम करने की मंजूरी कैसे दे दी? आदित्य चोपड़ा बॉलीवुड के चतुर निर्माता हैं उनसे भी यह गलती कैसे हो गई?
आमतौर पर फिल्म के असफल होते ही ऐसा सिर ढूंढा जाता है जिस पर ठीकरा फोड़ा जा सके। निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य के खिलाफ किसी ने कुछ बोला तो नहीं, लेकिन धीमे स्वर में इस खराब फिल्म का जिम्मेदार उन्हें ही माना जा रहा है। विजय ने ही यह फिल्म लिखने के साथ-साथ निर्देशित भी की है। विजय पर आमिर को भी भरोसा था क्योंकि ये दोनों इसके पहले 'धूम 3' नामक सफल फिल्म कर चुके हैं।
बहरहाल, आमिर खान ने बहादुरी दिखाते हुए 'ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान' की असफलता की जवाबदारी खुद पर ली है। एक प्रेस कांफ्रेंस में आमिर ने जनता से माफी मांगते हुए कहा कि हमने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन कहीं न कहीं हमसे गलती हुई है। कुछ लोगों को फिल्म अच्छी लगी है, लेकिन इनकी संख्या बहुत कम है। जबकि ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिन्हें यह फिल्म पसंद नहीं आई है। हम उन्हें मनोरंजन देने में असफल रहे हैं। मैं इसकी जवाबदारी लेता हूं। मैं माफी भी मांगता हूं।
आमिर ने जो काम किया है वो परदे पर बहादुरी दिखाने वाले अन्य सितारे भी नहीं दिखाते हैं। संभव है कि यदि आमिर फिल्म के निर्माता होते तो उन लोगों के पैसा लौटाने की कोशिश करते जिन्हें घाटा हुआ है। कुछ वर्ष पहले ऐसा सलमान खान ने 'ट्यूबलाइट' की असफलता के बाद किया था। बताया जा रहा है कि निर्माता आदित्य चोपड़ा से उन प्रदर्शकों ने गुहार लगाई है जिनका काफी नुकसान हुआ है। आदित्य इस व्यवसाय के पुराने खिलाड़ी हैं और वे इस दिशा में जरूर सोच रहे होंगे।