सनी देओल के बर्थडे पर 50 रोचक जानकारियां: पढ़ाई के दौरान पिता धर्मेन्द्र की जींस पहन दोस्तों पर जमाते थे रौब

समय ताम्रकर
1) 19 अक्टूबर 1956 को जन्मे सनी देओल का वास्तविक नाम अजय सिंह देओल है। 
 
2) घर में उन्हें सनी कह कर पुकारा जाता है और फिल्मों में इसी नाम से आने की उन्होंने ठानी। 
 
3) धर्मेन्द्र के सबसे बड़े बेटे सनी का एक भाई बॉबी देओल और दो बहनें विजयता और अजीता हैं। दोनों बहनें अमेरिका में रहती हैं। सनी की दो हाफ सिस्टर्स ईशा और आहना देओल हैं। 
 
4) 80 के दशक की शुरुआत में बॉलीवुड में कई सितारों ने अपनी संतानों को बॉलीवुड में लांच किया। धर्मेन्द्र ने भी अपने बड़े बेटे सनी को फिल्म 'बेताब' (1983) के जरिये अभिनय की दुनिया में प्रवेश दिलाया। एक दिलेर नौजवान की इमेज सनी के लिए लेखक जावेद अख्तर ने गढ़ी। फिल्म सुपरहिट रही और सनी के कदम बॉलीवुड में मजबूती से जम गए। 
 
5) फिल्मों में लांच करने के पहले धर्मेन्द्र ने सनी को बर्मिंघम में अभिनय सीखने के लिए भेजा था। 

 
6) पढ़ाई के दौरान सनी अपने पिता धर्मेन्द्र की जींस पहन कर जाते थे और दोस्तों पर रौब जमाते थे कि यह जींस मेरे पापा ने 'शोले' में पहनी थी। 
 
7) सनी देओल अपने पिता धर्मेन्द्र को बेहद चाहते हैं। धर्मेन्द्र का वे इतना सम्मान करते हैं कि वे पिता के सामने ज्यादा बोल नहीं पाते। 
 
8) धर्मेन्द्र को सनी अपना प्रिय अभिनेता मानते हैं। 
 
9) धर्मेन्द्र की फिल्म 'ब्लैकमेल' का गाना 'पल पल दिल के पास' उनका सबसे पसंदीदा गीत है। 
 
10) अभिनेत्रियों में सनी को तनूजा बहुत पसंद है।
 
11) सनी पारिवारिक इंसान हैं। संयुक्त परिवार में रहना उन्हें पसंद है। वे अपने पिता और मां के बिना नहीं रह सकते। 
 
12) सनी देओल फिल्मी पार्टियों से दूर रहते हैं। उनका मानना है कि इन पार्टियों में सारे लोग बनावटी रहते हैं और झूठ बोलते हैं। 
 
13) शराब और सिगरेट से सनी दूर रहते हैं। 
 
14) सिल्वेस्टर स्टेलॉन को सनी देओल बेहद पसंद करते हैं और रैम्बो सीरिज की फिल्में उन्हें बहुत पसंद है। सिल्वेस्टर स्टेलॉन से प्रेरणा लेकर ही उन्होंने बॉडी बनाई।
 
15) सनी ने उस दौर में अपनी बॉडी बनाई जब आमतौर पर हीरे दुबले-पतले हुआ करते थे। उनका मजबूत शरीर देख ज्यादातर उन्हें एक्शन रोल निभाने को मिले और उन्हें भारत का अर्नाल्ड कहा गया। 
 
16) सनी को बॉलीवुड के बेस्ट एक्शन हीरो में से एक माना जाता है। 
 
17) बेताब के बाद सनी की कई फिल्में फ्लॉप रहीं, लेकिन अर्जुन, डकैत, यतीम जैसी फिल्मों में उनका अभिनय काफी सराहा गया।   
 
18) पाप की दुनिया (1988) से उन्हें दोबारा सफलता मिली और फिर उन्होंने त्रिदेव (1989), वर्दी (1989) जैसी कुछ हिट फिल्में दी। 
 
19) 1990 में प्रदर्शित 'घायल' ने सनी के करियर में अहम मोड़ निभाया। इस फिल्म में उन्होंने शानदार अभिनय के बल पर स्पेशल ज्युरी अवॉर्ड (राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार) और फिल्म फेअर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड जीता। 
 
20) सनी को जब 'घायल' में शानदार अभिनय के लिए फिल्म फेअर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला तो धर्मेन्द्र बेहद खुश हुए। धर्मेन्द्र यह पुरस्कार जीतने में कभी भी कामयाब नहीं रहे। 
21) घायल के जरिये सनी ने ही निर्देशक राजकुमार संतोषी को पहला अवसर दिया था। फिल्म की स्क्रिप्ट सुनते ही सनी को अंदाजा हो गया था कि इस पर बनी फिल्म हिट होगी और उन्होंने 'घायल' को अपने बैनर तले बनाया। 
 
22) डर (1993) में काम करना सनी के लिए खराब अनुभव रहा। सनी को लगा कि सेट पर उनकी उपेक्षा की जा रही है। चीजें उनके मनमाफिक नहीं हो रही है। एक बार तो वे इतने गुस्से में आ गए कि जींस की जेब में हाथ डालकर उन्होंने पैंट को नीचे तक फाड़ दी। 
 
23) राजकुमार संतोषी और सनी ने तीन फिल्मों 'घायल', 'घातक' और 'दामिनी' में साथ काम किया। ये तीनों सनी के करियर की बेहतरीन फिल्में मानी जाती हैं। बाद में दोनों में विवाद हो गया और राहें अलग हो गईं। इस विवाद के कारण कई अच्छी फिल्मों से दर्शक वंचित हो गए। 
 
24) सनी दिल के साफ हैं इसलिए उन्हें झूठ बोलने वाले और बेईमान लोग बिलकुल पसंद नहीं है। एक बार जिससे उनकी अनबन हो जाए उसके साथ वे कभी काम करना पसंद नहीं करते। 
 
25) सनी देओल ने अनिल कपूर के साथ 'इंतकाम' (1988), राम अवतार (1988) और 'जोशीले' (1989) में काम किया है, लेकिन दोनों में बिलकुल नहीं बनी। इस कारण फिल्म की शूटिंग में परेशानियां पैदा हुईं। सनी को अनिल अपना तगड़ा प्रतिद्वंद्वी मानते थे। 
 
26) दिलीप कुमार, देवानंद और राज कपूर की कभी तिकड़ी हुआ करती थी। इस समय खान की तिकड़ी का बॉलीवुड पर राज है। एक दौर ऐसा भी था जब सनी देओल, अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ की तिकड़ी का राज हुआ करता था। 
 
27) सनी देओल ने गुरिंदर चड्ढा के साथ 'लंदन' फिल्म की योजना बनाई थी, जिसमें वे और बॉबी अभिनय करने वाले थे। बाद में सनी और गुरिंदर में मतभेद हो गए। सनी ने खुद निर्देशक बनने की ठानी और इसी फिल्म को 'दिल्लगी' नाम से बनाया। लंदन में जहां सनी और बॉबी के साथ करिश्मा कपूर थीं, वहीं 'दिल्लगी' को सनी ने उर्मिला मातोंडकर के साथ बनाया।
 
28) सनी देओल और आमिर खान की तीन बार फिल्में आमने-सामने हुई। दिल और घायल, घातक और राजा हिन्दुस्तानी तथा गदर और लगान। तीनों बार दोनों ही फिल्में सफल रहीं।  
 
29) 2001 में प्रदर्शित 'गदर- एक प्रेम कथा' सनी देओल के करियर की सबसे बड़ी हिट रही। कहा जाता है कि पिछले 15 वर्षों में इस फिल्म के सर्वाधिक टिकट बिके। 
 
30) 'गदर- एक प्रेम कथा' को प्रदर्शन के पूर्व 'ठंडी' फिल्म माना जा रहा था और लगान को 'हॉट'। रिलीज के बाद बॉक्स ऑफिस पर लगान की तुलना में गदर ने कई गुना ज्यादा व्यवसाय किया। 
31) 'गदर' में सनी का हैंडपंप उखाड़ने वाला सीन बेहद पसंद किया गया और माना गया कि इस दृश्य को केवल सनी देओल ही विश्वसनीय बना सकते थे। 
 
 
32) 'गदर' के बाद कई पाकिस्तानी अभिनेत्रियों ने कहा कि भारत में एकमात्र 'मर्द' हीरो सनी देओल ही हैं। 
 
33) सनी की फिल्मों की रिपीट वैल्यू भी बहुत ज्यादा थी। एक ही शहर में उनकी फिल्म को कई बार लगाया जाता था और हर बार अच्छा व्यवसाय होता था। 
 
34) सनी को पीठ की समस्या के चलते करियर में खासा नुकसान उठाना पड़ा। कई दिनों तक उन्हें बिस्तर पर रहना पड़ता था इस वजह से उनके हाथ से कई फिल्में निकल गईं। 
 
35) राहुल रवैल, राजकुमार संतोषी, अनिल शर्मा, जेपी दत्ता के साथ सनी ने कई और बेहतरीन फिल्में की। 
 
36) सनी देओल बेहद शर्मीले और कम बोलने वाले इंसान हैं। उन्हें अपनी निजी जीवन की बातें करना बिलकुल पसंद नहीं है। 
 
37) सनी जब इंग्लैंड में अभिनय का पाठ सीखने गए थे जब पूजा को देखते ही दिल दे बैठे। दोनों ने शादी कर ली। पूजा देओल को कभी भी किसी कार्यक्रम या पार्टी में नहीं देखा गया। 
 
38) लंबे करियर में सनी देओल का नाम डिम्पल कपाड़िया और रवीना टंडन से जुड़ा। सनी और डिंपल ने कभी भी अपने संबंधों को नहीं स्वीकारा, लेकिन कहने वाले कहते हैं कि दोनों के संबंध दोस्ती से कही बढ़ कर है। 
 
39) फिल्म इंडस्ट्री में सनी देओल के ज्यादा दोस्त नहीं हैं। संजय दत्त, शिल्पा शेट्टी, तब्बू, अमृता सिंह से ही उनकी अच्छी दोस्ती है। 
 
40) सनी का मानना है कि फिल्म इंडस्ट्री के लोग दिल के साफ नहीं होते और बिना मतलब के कुछ नहीं बोलते। 'गदर' में शानदार अभिनय की बधाई उन्हें सिर्फ संजय दत्त ने दी थी। 
41) 2003 के बाद सनी के करियर में ढलान आ गया। अपने, यमला पगला दीवाना और घायल वंस अगेन से उन्होंने बीच-बीच में चमक दिखाई, लेकिन वे लगातार पिछड़ते गए। 
 
42) सनी अभी भी चरित्र भूमिकाओं के लिए तैयार नहीं हैं। 59 वर्ष की आयु में भी वे हीरो बन कर ही परदे पर आए, जबकि उनके समकालीन अभिनेता जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर चरित्र भूमिकाओं में लंबे समय से आ रहे हैं। 
 
43) सनी देओल को दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार (घायल-स्पेशल ज्युरी अवॉर्ड/1991 और दामिनी- बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर/1994) मिले। घायल और दामिनी के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर और बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के फिल्मफेअर अवॉर्ड भी मिले।
 
44) सनी देओल को एक्शन हीरो कहा जाता है, लेकिन उन्होंने रोमांटिक, सामाजिक फिल्में भी की हैं। 
 
45) बेताब, अर्जुन, डकैत, यतीम, त्रिदेव, घायल, घातक, नरसिम्हा, दामिनी, क्षत्रिय, जीत, जिद्दी, सलाखें, बॉर्डर, गदर, यमला पगला दीवाना उनके करियर की उल्लेखनीय फिल्में हैं। 
 
46) 1995-96 में सनी ने जीत, अजय, घातक, बॉर्डर और जिद्दी के रूप में पांच लगातार हिट फिल्में दी थी। 
 
47) अमृता सिंह, श्रीदेवी, डिम्पल कपाड़िया के साथ उन्होंने ज्यादातर फिल्में की। 
 
48) डांस और सनी के बीच 36 का आंकड़ा रहा है। सनी कहते हैं कि जिस दिन उन्हें शूटिंग पर डांस करना होता है उनके हाथ-पैर फूल जाते हैं। उनका बस चले तो वे किसी भी फिल्म में डांस नहीं करें। 
 
49) सनी देओल को ईमानदार और न्यायप्रिय युवक की भूमिका में सर्वाधिक पसंद किया गया। 
 
50) सनी देओल फिल्मों में जब मारधाड़ करते थे तो कई बार सिनेमाघर में बैठे दर्शक भी उत्तेजित हो जाते थे और सिनेमाघर की सीटें फाड़ देते थे। परदे पर हिंसा का तांडव मचाने वाले सनी निजी जिंदगी में शांति प्रिय हैं। 

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