2019 में कई कलाकारों ने बतौर हीरो या हीरोइन अपना सफर हिंदी फिल्म में शुरुआत किया, लेकिन इक्के-दुक्के को ही सफलता मिली। बाकी सभी फ्लॉप रहे। नवोदित कलाकारों के लिए 2019 खास नहीं रहा।
सलमान खान नए कलाकारों को मौका देते हैं। उन्होंने 'नोटबुक' से मोहनीश बहल की बेटी प्रनूतन बहल और ज़हीर इकबाल को मौका दिया, लेकिन फिल्म असफल रही। वैसे प्रनूतन ने इस फिल्म में अपनी प्रतिभा दिखाई है और संभव है कि वे आने वाले समय में अच्छा करें।
सलमान ने दबंग 3 में महेश मांजरेकर की बेटी सई मांजरेकर को अवसर दिया। छोटे से रोल में सई अपना प्रभाव छोड़ने में सफल रहीं।
सनी देओल के बेटे करण देओल के खासे चर्चे थे। पिछले दो वर्षों से उनको लेकर 'पल पल दिल के पास' बन रही थी। इस फिल्म से करण के अलावा सहर बाम्बा ने भी करियर शुरू किया। फिल्म बुरी तरह असफल रही और अब करण को नए सिरे से तैयारी करना होगी। सहर जरूर प्रभावित करने में सफल रही, लेकिन फिल्म की असफलता ने उन्हें भी पीछे ढकेल दिया।
स्टूडेंट ऑफ द ईयर 3 से करण जौहर ने अनन्या पांडे और तारा सुतारिया को अवसर दिया। फिल्म असफल रही, लेकिन दोनों अभिनेत्रियों ने ध्यान खींचा। तारा 'मरजावां' और अनन्या 'पति पत्नी और वो' में भी नजर आईं। तारा के मुकाबले अनन्या को ज्यादा पसंद किया गया और वे 2019 में नवोदित कलाकारों में सबसे आगे रहीं।
डिम्पल कपाड़िया के भतीजे और सिम्पल कपाड़िया के बेटे करण कपाड़िया को 'ब्लैंक' के जरिये लांच किया गया। फिल्म को मजबूती देने के लिए सनी देओल को भी जोड़ा गया, लेकिन फिल्म असफल रही। करण भी खास प्रभावित नहीं कर पाए।
संजय लीला भंसाली ने मलाल से दो नए चेहरों को अवसर दिया। जावेद जाफरी के बेटे मीजान जाफरी और संजन लीला भंसाली की भांजी शर्मिन सेहगल ने इस फिल्म से डेब्यू किया। फिल्म असफल रही।
फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु ने 'मर्द को दर्द नहीं होता' से शुरुआत की, लेकिन फिल्म नहीं चली। वर्धन पुरी ने अपने दादा की राह पर चलते हुए बॉलीवुड में फिल्म 'ये साली आशिकी' से एंट्री मारी, लेकिन नतीजा शून्य रहा।
कुछ दक्षिण भारतीय कलाकारों ने भी हिंदी फिल्मों में शुरुआत की। आर. बाल्की की फिल्म ‘मिशन मंगल’ से दक्षिण भारतीय अभिनेत्री नित्या मेनन ने बॉलीवुड में डेब्यू किया। जगन शक्ति के निर्देशन में बनी फिल्म मिशन मंगल हिट रही, हालांकि नित्या की अभी खास पहचान हिंदी फिल्मों में नहीं बनी है।
इसके अलावा दक्षिण भारतीय कलाकारों में श्रेया धनवंतरि ने 'व्हाय चीट इंडिया', मेघा आकाश ने 'सैटेलाइट शंकर', वेदिका ने 'द बॉडी' और श्रद्धा श्रीनाथ ने 'मिलन टॉकीज' से हिंदी फिल्मों में कदम रखा, लेकिन फिल्मों के असफल होने से इन्हें पहचान नहीं मिल पाई।