जो जीता वही सिकंदर खिलाड़ी और कुर्बान जैसी फिल्मों के जरिए आयशा जुल्का ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम कमाया। फिर कई समय तक उन्होंने इसी फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बनाए रखी या फिर कभी-कभी दिखने वाले रोल ही निभाती रही, लेकिन अब एक बार फिर से लोगों के सामने आयशा जुल्का आ रही हैं।
अमेजन प्राइम की हालिया रिलीज वेब सीरीज 'हश हश' से आयशा जुल्का ने एक्टिंग की दुनिया में वापसी की है। हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान आयशा जुल्का ने कई बातों पर अपने विचार रखें। जब उनसे पूछा गया कि लोग उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीटीएस देखने में बड़ी रुचि दिखाते हैं तब आयशा ने कहा, अब हमारी सोचिए हम तो वैसे भी बढ़िया जिंदगी जी रहे होते हैं। हम एक साथ तीन जिंदगियां जी रहे होते हैं। एक वह जो आप पर्दे पर देख रहे हैं उस किरदार की जिंदगी को जीते हैं।
उन्होंने कहा, दूसरा वह जो हम आमतौर पर जब शूट नहीं कर रहे होते हैं और लोगों से मिल रहे होते हैं, वह जिंदगी जीते हैं और फिर तीसरा वह जहां अपने घर परिवार वाले अपने बहुत ही करीबी मित्रों के साथ जिंदगी जी रहे होते हैं तो इतनी सारी जिंदगी यहां जब एक साथ जीते हैं तब हमारी हालत सोचिए और साथ ही यह भी बताती हूं कि हर फिल्म के किरदार साथ हमारी नई वाली जिंदगी भी शुरू हो जाती है तो बात बड़ी फनी लगने लग जाती है।
आयशा ने कहा, साथ ही में यह भी कहना चाहती हूं कि ऐसी कई जिंदगी हमारे आसपास की कई महिलाएं जीती ही है। वह मां है, वह बेटी है, वह बहू है, वह सास है या वह काम करने के लिए बाहर जाने वाली एक महिला है और हर किरदार को उसे उतने ही तरीके से निभाना होता है। इसी बीच आयशा ने अपनी जिंदगी का एक और पहले लोगों के सामने खोला जहां पर वो आवारा जानवरों को संभालने का काम भी करती है।
आपका एक का रूप कथक डांसर का भी है कैसा चल रहा है वह?
कथक तो मेरा हमेशा पहला प्यार ही रहेगा। मैं कुछ 3 साल की थी जब मेरी मां ने जबरदस्ती मुझे डांस में डालने की कोशिश की। पांचवे साल से मैंने इससे अच्छे से विधिवत सीखना शुरू किया और मैं 7 साल की थी जब मैंने स्टेज पर अपना पहला परफॉर्मेंस दिया। 13 साल तक लगातार में डांस सीखते रही और कथक में मैंने विशारद प्राप्त किया। मेरे परफॉर्मेंस होते रहते हैं।
हालांकि इन दिनों बहुत सारी चीजें चलती रहती है तो मैं उतने ज्यादा समय नहीं दे पा रही हूं। लेकिन मैं यह भी जानती हूं कि जब मौका मिलेगा, मैं वापस कथक की तरफ मुड़ जाऊंगी। मुझे कई बार हेमा मालिनी जी भी कहती रहती हैं। वह तो खैर अपने आप को समर्पित कर देती हैं नृत्य में, लेकिन मेरे सामने कई बार अलग-अलग बातें खड़ी हो जाती हैं। अलग-अलग मौके से आ जाते हैं जहां पर मुझे अपनी प्राथमिकताएं कुछ समय के लिए बदल देने पड़ते हैं लेकिन एक बात तय है कथक को कभी नहीं छोडूंगी।
तो क्या इन्हीं कारणों में से कोई एक कारण रहा जो अपने फिल्मों से ब्रेक लिया था?
देखिए मैं फिल्म इंडस्ट्री में आई तब बहुत छोटी थी और हर उम्र के अपने सपने होते और उसे पूरा करने की आपकी इच्छा होती है। मेरी इच्छा थी खूब सारा काम करू, खूब सारे पैसे कमाऊ, घर ले लो, कार ले लो। फिर कई बार उस समय हमको लगता था कि अरे यह मेरा बहुत अच्छा दोस्त है इसलिए फिल्म के लिए मुझे कहा है मैं कर लेती हूं या फिर फलाना ने मुझे बहुत प्यार से फिल्म करने के लिए विनती की है चलो मैं काम कर लेती हूं। या फिर कोई बैनर बड़ा नामचीन बैनर है तो उसके लिए काम कर लो, स्क्रिप्ट ठीक है, चलता रहता है।
वह निर्देशक बड़ा अच्छा है। उसके लिए काम कर लो लेकिन धीरे-धीरे सालों की मेहनत करने के बाद मुझे लग रहा था कि मैं वहां नहीं पहुंच पा रही हूं, जहां मुझे पहुंचना चाहिए था। मिसाल के तौर पर फिल्में करने के बाद मैंने एक ड्रामा किया पुरुष और जिसकी निर्देशक थी विजया मेहता जी। और उन्होंने एक्टिंग को लेकर जो मेरी सोच थी, उसे पूरा बदल दिया।
क्या आप इसके बारे में दर्शकों को बताना चाहेंगे?
मैंने सोचा था, मैं फिल्मों से थोड़ा दूर हट जाती हूं। काम करना बंद कर देती हूं और फिर मैंने एक नाटक किया पुरुष नाम का, निर्देशक जो थी, वह विजया मेहता थी और उन्हें 6 महीने तक हमारी थिएटर की वर्कशॉप की। वहां पर मैंने असल में जाना की एक्टिंग होता क्या है। मैं उनको कहती थी कि जब मैंने सोच लिया है कि अब मुझे फिल्मों में काम नहीं करना है। तब आप यह सब मुझे सिखा रहे हैं। मुझे एक्टिंग से प्यार करना सिखा रही हैं तो उन सब का मैं करूं क्या?
नाटक में मेरा रोल एक रेप पीड़िता का था तुम्हें मुझे इन 6 महीनों में समझाया कि वह कैसे चलेगी। कैसे उठेगी। कैसे बातें कैसे करेगी? मुझे स्टेज पर ही ढाई घंटे तक रहना था। लेकिन साथ ही मैं यह भी कहना चाहती हूं कि विजया मेहता जी के बाद अब तनुजा ने मेरे अंदर के उस एक्टर को बाहर निकालने में मदद की है। अगर वर्कशॉप मैंने उस समय की है तो उसी वजह से आप मुझे हश हश में भी देख पाएंगे। वह भी बिल्कुल नए तरीके की आयशा जुल्का को।