हाल ही में बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले विकी कौशल की दुखती रग के बारे में आप जानना चाहते हैं तो आपको बस उनकी फ़िल्मों को देखना होगा।
अपने नए सिंगल 'पछताओगे' के बारे में हल्की-फुल्की और मस्ती भरी बातचीत करते हुए विकी कौशल ने वेबदुनिया संवाददाता रूना आशीष को बताया- "इस एलबम में मुझे लड़की ज़हर दे देती है और मैं मर जाता हूं। पता नहीं क्यों मुझे कभी भी लड़की नहीं मिलती है।
दो-तीन दिन पहले ही मैंने ये महसूस किया कि जितनी भी फ़िल्में मैंने की हैं उसमें किसी में भी मेरी कोई हीरोइन मेरी नहीं हुई। 'राज़ी' में वो चली जाती है। 'मनमर्ज़ियां' में भी नहीं मिलती। 'मसान' में वह मर जाती है। 'संजू' में भी नहीं मिली। अब तो ये हाल है कि मैं सोचने लगा कि और किसी आने वाली फिल्म में तो मिलेगी या नहीं? अब तो 'पछताओगे' के निर्माता भूषण जी से मैं गुजारिश कर रहा हूँ कि एक नया गाना बनाइए, जिसमें मुझे हीरोइन मिल जाए।
विकी आगे बताते हैं कि ये बात पहले मैंने सोची नहीं और न ग़ौर किया, लेकिन अब लगता है कि ये बात मायने रखती है। अब तो जब भी कोई फिल्म मैं करूंगा तो पहले पूछ लूंगा कि हीरोइन मिल रही है या नहीं। मिल रही हो, तो आगे बात करें।
विकी जब आपको कोई पुकारता है 'राष्ट्रीय पुरस्कार विजयी अभिनेता विकी कौशल', तो कैसा लगता है?
(विकी के हाव-भाव देख कर लग रहा था कि अपने नाम के आगे लगा राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शब्द उनके कानों में अभी भी रस घोल रहे हैं, विकी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया) बहुत-बहुत सुंदर अहसास है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे छोटे से चार साल के करियर में मुझे ये अवॉर्ड मिल जाएगा, लेकिन साथ ही मुझ पर एक ज़िम्मेदारी भी आ गई है कि मैं हर फिल्म में अपना बेहतरीन काम करूं। रूकना नहीं है और ना ही संतुष्ट हो कर बैठना है। वैसे भी ये बहुत ही बड़ा सम्मान है। देश का सबसे बड़ा सम्मान। मेरे लिए ये अवॉर्ड जीतना बहुत बड़ी उपलब्धि है।
'पछताओगे' सिंगल करने की कोई खास वजह?
मुझे भूषण कुमार ने ये गाना भेजा था कि मैं सुन कर बताऊं कि कैसा लगा। मैंने एक बार सुना। फिर मैंने उस गाने को घर में सुना, कार में सुना और जिम में सुना और अपने आप को बार-बार सुनने से रोक नहीं पाया। मैंने भूषणजी को कह दिया कि गाना अच्छा लगा और मुझे यह गाना मिल गया।
आपको अरिजीत की आवाज़ कितनी पसंद है?
आज कल तो वे कई गाने गा रहे हैं। अरिजीत सर की आवाज़ में कुछ है जो बहुत अच्छा लगता है। कुछ तो जादू है उनकी आवाज़ का। अगर किसी का दिल टूट गया है और वह दु:खी है तो वह अरिजीत को ज़रूर सुनेगा। अगर किसी का दिल नहीं भी टूटा हो या टूटे दिल से मूव ऑन कर गया हो तो ऐसा लगता है कि अरिजीत सर अपने पास बुलाते हैं और कहते हैं आजा बेटा मेरे पास आजा.. अभी तुम्हें सब याद दिलाता हूं।