24 जनवरी को दो फिल्मों, वरुण धवन की स्ट्रीट डांसर 3डी और कंगना रनौट की पंगा, का प्रदर्शन हुआ, लेकिन दोनों ही फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन कमजोर रहा। पंगा की हालत तो ज्यादा खराब रही और कई जगह से खबर आई कि दर्शकों के अभाव में शो रद्द कर दिए गए।
पंगा ने शुक्रवार को 2.70 करोड़ रुपये, शनिवार 5.61 करोड़ रुपये, रविवार 6.60 करोड़ रुपये, सोमवार 1.65 करोड़ रुपये, मंगलवार 1.65 करोड़ रुपये और बुधवार को 1.62 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। सात दिनों का कुल कलेक्शन रहा 19.83 करोड़ रुपये।
फिल्म को तारीफ तो खूब मिली, लेकिन दर्शक नहीं। लाइफ टाइम कलेक्शन तो 27 करोड़ के आसपास सिमट जाएगा और बॉक्स ऑफिस पर फिल्म खास हलचल नहीं मचा पाई।
इसके बावजूद निर्माता के लिए यह फायदे का सौदा रही। भले ही फायदा बहुत ही कम हुआ हो। कैसे? इसके लिए फिल्म के इकोनॉमिक्स को समझना होगा।
फिल्म 25 करोड़ रुपये में बन कर तैयार हुई। 12 करोड़ रुपये प्रचार-प्रसार और प्रिंट्स पर खर्च हुए। इस तरह से यह फिल्म 37 करोड़ रुपये में पड़ी।
रिलीज के पहले सैटेलाइट, डिजीटल और म्युजिक राइट्स के बदले लगभग 27 करोड़ रुपये की वसूली हो गई। अब बचे 10 करोड़ रुपये।
भारत में सिनेमाघरों से अब तक फिल्म लगभग 20 करोड़ रुपये और विदेश से 5 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर चुकी है। यानी कि निर्माता को 11 करोड़ रुपये आ चुके हैं।
आने वाले दिनों में इसमें 3-4 करोड़ रुपये की रकम और जुड़ सकती है। लिहाजा प्रोड्यूसर तो फायदे में रहा, लेकिन यह फायदा अपेक्षा से बहुत कम रहा।
साथ ही सिनेमाघर में 'पंगा' के कमजोर प्रदर्शन से बतौर स्टार कंगना की प्रतिष्ठा कम हुई है क्योंकि स्टार की जवाबदारी होती है कि वहां ज्यादा से ज्यादा दर्शकों को सिनेमाघर तक खींच कर लाए।