जब हैरी मेट फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धराशायी हो गई। पहले दिन से ही यह फिल्म हिचकोले खाने लगी थी और किसी भी दिन फिल्म ने ऐसे कलेक्शन नहीं किए जिसे देख ट्रेड राहत महसूस करे। शाहरुख जैसे स्टार की फिल्म के शो की संख्या चार दिन बाद ही कम कर दी गई। किंग खान के साथ शायद ही पहले ऐसा हुआ हो। फिल्म फ्लॉप क्यों हुई... पेश है 5 कारण।
फिल्म देखने के बाद सवाल पूछा जा रहा है कि शाहरुख खान इस स्क्रिप्ट पर काम करने के लिए राजी क्यों हुए? यही नहीं उन्होंने निर्माता के रूप में इस पर पैसा भी लगा दिया। फिल्म की स्क्रिप्ट ऐसी लिखी गई थी कि इसमें मनोरंजन ही नहीं था। कई खामियां भी थी। शाहरुख खान अतीत को याद करते हैं। एक बार रोते भी हैं। अपने घर नहीं जाते। इससे दर्शकों को लगता है कि उनके घर वालों या अतीत के बारे में कुछ बताया जाएगा, लेकिन फिल्म खत्म हो जाती है और कुछ भी दिखाया नहीं जाता। दर्शक ठगा-सा महसूस करता है। पूरी फिल्म में हीरो-हीरोइन कहानी ढूंढते रहते हैं और दर्शक कहानी।
कारण नंबर 2 : ट्रेलर और फिल्म का नाम
फिल्म का नाम ढूंढने में इम्तियाज अली ने बहुत लंबा समय लिया। रिलीज के कुछ दिनों पहले ही नाम तय हुआ। नाम भी बेहद कमजोर है। ऐसा लगता है कि जब वी मेट की सफलता को भुनाने के लिए यह रखा गया। दर्शक नाम याद रख पाते इसके पहले ही फिल्म आ गई। ट्रेलर भी कुछ दिनों पूर्व ही जारी हुआ। मिनी ट्रेलर वाली योजना असफल रही। ताबड़तोड़ सब कुछ किया गया और ऐसा लगा कि फिल्म जल्दबाजी में रिलीज की गई।
जब वी मेट के बाद इम्तियाज अली ने एक भी बड़ी हिट नहीं दी है। जब हैरी मेट सेजल में भी वे किस दर्शक वर्ग के लिए फिल्म बना रहे थे, तय नहीं कर पाए। उन्हें इतना बड़ा बजट और बड़े सितारे का साथ मिला तो जरूरी था कि वे ऐसी फिल्म बनाते जो ज्यादा से ज्यादा दर्शकों को अपील करती। वे एक खास दर्शक वर्ग को खुश करने में लगे रहे और किसी को भी खुश नहीं रख पाए। पूरी फिल्म देख ऐसा लगता है मानो निर्देशक आउट ऑफ फॉर्म हो।
कारण नंबर 4 : रिलीज डेट शिफ्ट
जब हैरी मेट सेजल को पहले 11 अगस्त को रिलीज करने का फैसला लिया गया था। इसी दिन जब अक्षय कुमार की 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' को रिलीज करने का ऐलान हुआ तो शाहरुख घबरा गए। अब किंग खान में टक्कर लेने का पहले जैसा आत्मविश्वास नहीं रहा है। उन्होंने अपनी फिल्म एक सप्ताह पहले रिलीज कर दी। इससे यह बात लोगों के बीच गई कि शाहरुख डर गए। उन्हें अपनी ही फिल्म पर विश्वास नहीं है। इससे फिल्म के प्रति दर्शकों की रूचि और घट गई।
कारण नंबर 5 : शाहरुख खान का फिल्म सिलेक्शन
फिल्म कैसी भी हो, यदि उसमें सुपर सितारा हो तो पहले तीन दिनों में फिल्म देखने के लिए टूट पड़ते हैं। इसके बाद फिल्म का चलना या न चलना उसकी गुणवत्ता पर निर्भर करता है। लेकिन 'जब हैरी मेट सेजल' तो बॉक्स ऑफिस पर ढंग की ओपनिंग भी नहीं ले सकी। इससे लगने लगा कि शाहरुख का जादू उतार पर है। उनकी फिल्म की रिपोर्ट आने का दर्शक पहले इंतजार करते हैं और फिर फिल्म देखने या नहीं देखने का फैसला करता हैं। दरअसल दोष शाहरुख के फिल्मों के चुनाव को जाता है। उनकी पिछली कुछ फिल्में खराब रही हैं लिहाजा दर्शकों को उन पर भरोसा नहीं रहा है।