2018 में रिलीज हुई फिल्म 'ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान' बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिटी। फिल्म की असफलता के लिए किसी एक को दोषी ठहराना बॉलीवुड की पुरानी परम्परा है और ठीकरा फिल्म के निर्देशक विजय कृष्ण आचार्य के सिर पर फोड़ा गया।
विजय कृष्ण ने फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले, संवाद और गाने लिखने के साथ-साथ निर्देशन भी किया था वे फिल्म के हर महत्वपूर्ण विभाग से जुड़े हैं इसलिए खराब फिल्म बनाने पर उन्हें ही दोष देना ठीक भी है।
विजय कृष्ण आचार्य पर यश राज फिल्म्स के आदित्य चोपड़ा को बहुत भरोसा रहा है। धूम और धूम 2 का स्क्रीनप्ले विजय कृष्ण आचार्य ने ही लिखा है और ये दोनों फिल्में सफल रही हैं।
इससे प्रभावित होकर 2008 में 'टशन' बनाने की जवाबदारी विजय को सौंपी। कई सितारों से सज्जित 'टशन' बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह असफल रही। यह एक खराब फिल्म भी थी, इसके बावजूद आदित्य ने 'धूम 3' को लिखने और निर्देशित करने की जवाबदारी भी विजय को ही दी।
धूम 3 एक ठीक-ठाक फिल्म थी। धूम फ्रेंचाइज का लाभ इसको मिला और फिल्म धन कमाने के मामले में बहुत आगे निकल गई। आदित्य का विश्वास और पुख्ता हो गया और आमिर का भी।
यही कारण है कि 'ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान' पर आदित्य पैसा लगाने के लिए और आमिर काम करने के लिए तुरंत राजी हो गए। ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान न केवल असफल फिल्म थी बल्कि एक खराब फिल्म भी थी।
कहानी के नाम पर कुछ भी परोसा गया। मनोरंजन का नामो-निशान नहीं। जिस स्पेशल इफेक्ट्स की इतनी चर्चा थी वे बिलकुल नकली निकले। आश्चर्य इस बात पर व्यक्त किया गया कि आमिर खान इस फिल्म में काम करने के लिए तैयार कैसे हो गए? आदित्य चोपड़ा ने करोड़ों रुपये ऐसी कहानी पर कैसे फूंक डाले?
अब सवाल 'धूम 4' को लेकर उठने लगे हैं। धूम सीरिज से अब तक विजय कृष्ण जुड़े हुए रहे हैं। यह माना जा रहा था कि 'धूम 4' के निर्देशन से लेकर तो लेखन तक की बागडोर वही संभालेंगे, लेकिन अब यह मुश्किल लग रहा है।
सूत्रों के अनुसार विजय ने 'धूम 4' को लेकर काफी तैयारियां कर ली हैं, लेकिन अब आदित्य शायद ही उनके साथ काम करना पसंद करें। ऐसे में 'धूम 4' पर खतरे के बादल छा गए हैं। निकट भविष्य में बनना मुश्किल है।
संभव है कि आदित्य अब किसी और को धूम 4 को बनाने की जिम्मेदारी सौंपे, लेकिन ये सब कुछ जल्दी होना तय नहीं है।