धर्मेंद्र की पर्सनैलिटी के कायल थे दिलीप कुमार, कहते थे- जब कभी मैं खुदा के दर पर जाऊंगा...

WD Entertainment Desk
गुरुवार, 8 दिसंबर 2022 (16:54 IST)
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र 87 वर्ष के हो गए हैं। पंजाब के फगवारा में 8 दिसंबर 1935 को जन्में धर्मेंद्र का रुझान बचपन के दिनों से ही फिल्मों की ओर था और वह अभिनेता बनना चाहते थे। साल 1958 में फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर पत्रिका फिल्म फेयर ने एक विज्ञापन निकाला, जिसमें नए चेहरों को बतौर अभिनेता काम देने की पेशकश की गई थी। 

 
धर्मेंद्र इस विज्ञापन को पढ़कर काफी खुश हुए और अमेरीकन टयूबबेल की नौकरी को छोड़कर अपने सपनों को साकार करने के लिए मायानगरी मुंबई आ गए। इसी दौरान धर्मेंद्र की मुलाकात निर्माता-निर्देशक अर्जुन हिंगोरानी से हुई, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचान कर अपनी फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' में बतौर अभिनेता काम करने का मौका दिया।
 
फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे की असफलता के बाद धर्मेंद्र ने माला सिन्हा के साथ अनपढ़, पूजा के फूल, नूतन के साथ बंदिनी, मीना कुमारी के साथ काजल जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इन फिल्मों को दर्शकों ने पसंद तो किया लेकिन कामयाबी का श्रेय धर्मेंद्र की बजाय फिल्म की अभिनेत्रियों को दिया गया। साल 1966 में रिलीज फिल्म फूल और पत्थर की सफलता के बाद सही मायनों में बतौर अभिनेता धर्मेंद्र अपनी पहचान बनाने में सफल रहे।
 
धर्मेंद्र को प्रारंभिक सफलता दिलाने में निर्माता-निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्मों का अहम योगदान रहा है। इनमें अनुपमा, मंझली दीदी और सत्यकाम जैसी फिल्में शामिल हैं। फूल और पत्थर की सफलता के बाद धर्मेंद्र की छवि हीमैन के रूप में बन गई। इस फिल्म के बाद निर्माता-निर्देशकों ने अधिकतर फिल्मों मे धर्मेंद्र की हीमैन वाली छवि को भुनाया।
 
रूपहले पर्दे पर धर्मेंद्र की जोड़ी हेमा मालिनी के साथ खूब जमी। यह जोड़ी सबसे पहले फिल्म शराफत से चर्चा में आई। वर्ष 1975 में रिलीज फिल्म शोले में धर्मेंद्र ने वीरू और हेमा मालिनी ने बसंती की भूमिका में दर्शकों का भरपूर मनोंरजन किया। हेमा और धर्मेंद्रकी यह जोड़ी इतनी अधिक पसंद की गई कि फिल्म इंडस्ट्री में ड्रीम गर्ल के नाम से मशहूर हेमा मालिनी उनके रीयल लाइफ की ड्रीम गर्ल बन गईं। 
 
इस जोड़ी ने ड्रीम गर्ल, चरस, आसपास, प्रतिज्ञा, राजा जानी, रजिया सुल्तान, अली बाबा चालीस चोर बगावत, आतंक, द बर्निंग ट्रेन, चरस, दोस्त फिल्मों में एक साथ काम किया। सत्तर दशक में हुए एक सर्वेक्षण के दौरान धर्मेंद्र को विश्व के हैंडसम व्यक्तिव में शामिल किया गया। धर्मेन्द्र के प्रभावी व्यक्तिव के कायल अभिनय सम्राट दिलीप कुमार भी थे। दिलीप कुमार ने धर्मेंद्र की तारीफ करते हुए कहा था जब कभी मैं खुदा के दर पर जाऊंगा मै बस यही कहूंगा मुझे आपसे केवल एक शिकायत है, आपने मुझे धर्मेन्द्र जैसा हैंडसम व्यक्ति क्यों नही बनाया।
 
धर्मेंद्र को फिल्मों में उल्लेखनीय योगदान के लिए साल 1997 में फिल्मफेयर का लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड पुरस्कार से सम्मानित किया गया तो उनकी आंखों में आंसू आ गए और उन्होंने कहा,मैने अपने करियर में सैकड़ो हिट फिल्में दी है लेकिन मुझे काफी अवार्ड के लायक नही समझा गया आखिरकार मुझे अब अवार्ड दिया जा रहा है मैं खुश हूं।
 
अपने पुत्र सन्नी देओल को लॉन्च करने के लिए धर्मेंद्र ने 1983 में फिल्म बेताब जबकि वर्ष 1995 में दूसरे पुत्र बॉबी देओल को लांच करने के लिये फिल्म बरसात का निर्माण किया। फिल्मों में कई भूमिकाएं निभाने के बाद धर्मेंद्र ने समाज सेवा के लिए राजनीति में प्रवेश किया और वर्ष 2004 में राजस्थान के बीकानेर से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर लोकसभा के सदस्य बने।
 
धर्मेंद्र ने अपने चार दशक लंबे सिने करियर में लगभग 250 फिल्मों में अभिनय कर चुके है लेकिन हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें उनके कद के बराबर वह सम्मान नही मिला जिसके वह हकदार है लेकिन अमेरीका की प्रसिद्ध मैगजीन टाइम पत्रिका ने विश्व के दस सुंदर व्यक्तियों में प्रथम उनके चित्र को मुखपृष्ठ पर प्रकाशित कर और राजस्थान में उनके प्रशंसकों द्वारा उनके वजन से दुगना खून देकर ब्लड बैंक की स्थापना करना महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
Edited By : Ankit Piplodiya 

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