भाजपा का अधिवेशन शुक्रवार को संपन्न हुआ। देशभर से आए पदाधिकारी मीठी यादों के साथ लौटे। किसी ने नए दोस्त बनाए तो किसी ने राजनीतिक संपर्कों को मजबूत किया। अधिवेशन स्थल पर असम, गुजरात, पश्चिम बंगाल, पूर्वांचल सहित अन्य राज्यों के पाँच सौ से अधिक प्रतिनिधि रुके हुए हैं। वे शनिवार को जाने वाली ट्रेन से गंतव्यों तक पहुँचेंगे। उधर अधिवेशन के मद्देनजर तीन ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए गए हैं।
तीन दिनों तक चलने वाली परिषद बैठक में शामिल हुए पदाधिकारियों की रवानगी का सिलसिला सुबह से शुरू हो चुका था। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तक मेहमानों को पहुँचाने के लिए अधिवेशन स्थल से स्टार केब, बस व अन्य साधनों की व्यवस्था की गई थी। अधिवेशन समाप्त होने के बाद परिसर धीरे-धीरे खाली होने लगा। सीएनजी वाहनों का इंतजार कर रहे कुछ लोग ज्यादा समय लगने पर साइकल पर अपना सामान रखकर मुख्य द्वार तक पहुँचे। शाम तक नियंत्रण कक्ष मेहमानों के लिए वाहनों की व्यवस्था करता रहा।
अटलजी खिचड़ी बहुत अच्छी बनाते हैं : अंतिम सत्र समाप्त होने के बाद भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, भाजपाध्यक्ष नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व अनंत कुमार ने एक टेबल पर भोजन किया। दाल-बाफले, चूरमा और सलाद खाने के बाद श्री आडवाणी भोजन निर्माण शाला में पहुँचे और व्यवस्था में लगे कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि भोजन की जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण होती है। जब हम बेंगलोर जेल में बंद थे तब भोजन की व्यवस्था अटलजी ने संभाली थी। वे खिचड़ी बहुत अच्छी बनाते हैं। श्री आडवाणी व सांसद सुमित्रा महाजन के साथ भोजन व्यवस्था देख रहे माणकचंद सौगानी, अशोक डागा, सुधीर दांडेकर, कमलेश नाचण व अन्य कार्यकर्ताओं ने फोटो खिंचवाए।
धार्मिक स्थलों की सैर : शुक्रवार को अधिवेशन स्थल पर डेढ़ सौ अधिक टैक्सी कार व पाँच बसें धार्मिक व पर्यटन स्थलों की तरफ रवाना हुईं। अधिकांश पदाधिकारी ओंकारेश्वर व उज्जैन गए। महेश्वर, मांडू देखने के लिए भी कुछ मेहमान दोपहर में रवाना हुए। महाराष्ट्र से आए 10 लोगों ने महू में भीमराव आम्बेडकर की जन्मस्थली देखने की इच्छा जताई थी। दो टैक्सियाँ महू भी गईं।
अतिरिक्त कोच लगाए : अधिवेशन में भाग लेने वाले पदाधिकारियों को सफर में दिक्कत न आए, इसलिए सांसद सुमित्रा महाजन ने रेल विभाग के महाप्रबंधक से ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने की माँग की थी। इसके बाद शुक्रवार रवाना हुई राजधानी एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच लगाया गया। शनिवार को जाने वाली शांति व मालवा एक्सप्रेस में भी एक-एक अतिरिक्त कोच लगाए गए हैं। (नईदुनिया)