नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार विधानसभा चुनाव में राज्य के मतदाओं से महागठबंधन को समर्थन देने की अपील करते हुए मंगलवार को कहा कि प्रदेश में बदलाव की बयार चल रही है और लोगों की आवाज राजद, कांग्रेस एवं वाम दलों के गठबंधन के साथ है।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र और बिहार में फिलहाल 'बंदी सरकारें' हैं जिन्होंने नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापार बंदी, आर्थिक बंदी, खेत-खलिहान बंदी और रोटी-रोजगारबंदी की है। सोनिया ने एक वीडियो संदेश में कहा कि आज बिहार में सत्ता और उसके अहंकार में डूबी सरकार अपने रास्ते से भटक गई है। न उनकी करनी अच्छी है, न कथनी। मजदूर आज मजबूर है, किसान आज परेशान है, नौजवान आज निराश है। उन्होंने यह दावा भी किया कि अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति लोगों के जीवन पर भारी पड़ रही है। धरती के बेटों पर आज गंभीर संकट है। दलितों और महादलितों को बदहाली के कगार पर लाकर छोड़ दिया गया है। समाज के पिछड़े वर्ग भी इसी बदहाली के शिकार हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की जनता की आवाज कांग्रेस महागठबंधन के साथ है। यही है आज बिहार की पुकार। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली और बिहार की सरकारें, बंदी सरकारें हैं- नोटबंदी, तालाबंदी, व्यापारबंदी, आर्थिक बंदी, खेत-खलिहान बंदी, रोटी-रोजगार बंदी। इसीलिए बंदी सरकार के खिलाफ अगली नस्ल और अगली फसल के लिए एक नए बिहार के निर्माण के लिए बिहार की जनता तैयार है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अब बदलाव की बयार है, क्योंकि बदलाव जोश है, ऊर्जा है, नई सोच है और शक्ति है। अब नई इबारत लिखने का समय आ गया है। सोनिया के मुताबिक बिहार के हाथों में गुण है, हुनर है, ताकत है, निर्माण की शक्ति है, लेकिन बेरोजगारी, पलायन, महंगाई, भुखमरी ने उनकी आंखों में आंसू और पैरों में छाले दे दिए हैं। जो शब्द कहे नहीं जा सकते, उसे आंसुओं से कहना पड़ता है। भय, डर, खौफ, अपराध के आधार पर नीति और सरकारें खड़ी नहीं की जा सकतीं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बिहार भारत का आईना है, एक आशा है। भारत का विश्वास है, जोश है, जुनून है। बिहार के किसान, युवा, मजदूर, भाई और बहनें सिर्फ बिहार में नहीं, बल्कि पूरे भारत और दुनिया के कोने-कोने में हैं। आज वही बिहार अपने गांव, कस्बे, शहरों, खेतों और खलिहानों में अपनी शान और भविष्य के लिए नए बदलाव को तैयार है।
सोनिया ने मतदाताओं से अपील की कि आज वक्त है अंधेरे से उजाले की ओर, झूठ से सच की ओर, वर्तमान से भविष्य की ओर बढ़ने का। ज्ञान की धरती कहे जाने वाले बिहार की जनता से मेरी अपील है कि वो महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट दें और नए बिहार का निर्माण करें। (भाषा)