पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ जदयू-भाजपा गठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच युवा विरोधी है और वे जातिवाद एवं सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं। उनके नेतृत्व में बिहार के विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है।
बिहार चुनाव के लिए अपनी पार्टी का दृष्टि पत्र बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट दस्तावेज जारी करते हुए पासवान ने आरोप लगाया कि पिछले तीन दशकों में बिहार के विकास की चर्चा तो हुई लेकिन सही मायने में विकास नहीं हुआ। सिर्फ जातीय समीकरण के आधार पर सरकारें बनती और गिरती रहीं। कई सत्ताधारी दल के नेतओं ने वोट बैंक की राजनीति की।
उन्होंने कहा कि मौजूदा मुख्यमंत्री को देखकर मुझे आश्चर्य होता है कि आप किस तरह से जातीयता को बढ़ावा देते हैं। जो व्यक्ति खुद सांप्रदायिकता को बढ़ावा देता हो, उसके नेतृत्व में बिहार के विकास की कल्पना करना उचित नहीं है। कुमार जातीयता और सांप्रदायिकता के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं लेकिन इन्होंने बांटो और राज करो पर काम किया, कभी दलित को महादलित तो कभी पिछड़े को अति पिछड़े में बांटने का काम किया। अब वोट बैंक की राजनीति के तहत तुष्टिकरण का काम हो रहा है और कहा जा रहा है कि तुमको ये दे देंगे, उसको वो दे देंगे।
रोजगार के मुद्दे पर कुमार पर निशाना साधते हुए लोजपा नेता ने कहा कि आप मुख्यमंत्री है, तो आप रोजगार नहीं देंगे तो और कौन देगा। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी नहीं है तो राज्य में उद्योग भी नहीं है। मुख्यमंत्री उद्योग के संबंध में कहते हैं कि बिहार चारों ओर से जमीन से घिरा है, लेकिन पंजाब-हरियाणा भी तो जमीन से घिरे हैं।
लोजपा नेता ने कहा कि नए कारखाने तो खुले नहीं, जो पुराने थे, वे भी बंद हो गए। बंद पड़े कारखानों को खोलने की जरूरत है लेकिन मुख्यमंत्री की सोच ही नहीं है। चिराग ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री युवा विरोधी सोच के हैं, वे कहते हैं कि जितने युवा है, वे अनुभवहीन हैं जबकि वे खुद छात्र राजनीति से निकल कर आए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि जो मुख्यमंत्री युवाओं को आगे बढ़ने नहीं दे सकता, तब प्रदेश आगे कैसे बढ़ेगा। लोजपा नेता ने कहा कि बिहार में अभी स्वास्थ्य की सही सुविधा नहीं है, अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं, खासकर महिला चिकित्सकों की भारी कमी है। साथ ही शिक्षा की हालत खराब है। चिराग ने कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब तक तो बिजली पहुंच जानी चाहिए थी लेकिन अब वह वादा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 15 साल से सत्ता में रहने के बाद भी वह नाली-गली और खेत में पानी पहुंचाने की बात कर रहे हैं। जब यही करना तो बीते 15 साल में क्या किया, बिहार में रोजगार के लिए क्या किया। बिहार को सशक्त करने के लिए क्या किया। हमारे मुख्यमंत्री फरेब का जाल बुनना चाहते हैं और 15 साल बनाम 15 साल की बात करते हैं, आपने पिछले 15 साल में क्या किया?
चिराग ने लोगों से कहा कि वे पूछें कि मुख्यमंत्री ने पिछले 5 साल में क्या किया, लॉकाडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए क्या किया? उन्होंने आरोप लगाया कि कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की योजनाओं को अपना बता रहे हैं। (भाषा)