- ईशु शर्मा
Beauty Tips: आपने किसी न किसी डर्मेटोलॉजिस्ट या ब्यूटी इन्फ्लुएंसर से सनस्क्रीन का ज़िक्र करते हुए सुना ही होगा और आप में से कई लोगों को इसके महत्व के बारे में भी पता होगा। जितना की पानी हमारी त्वचा को हाइड्रेट करने के लिए ज़रूरी है उतनी ही सनस्क्रीन हमारे त्वचा की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। अगर आप सनस्क्रीन का प्रयोग नहीं करते हैं तो आप अपनी त्वचा को खतरे में डाल रहें हैं। इसलिए आज हम सनस्क्रीन से जुड़े हर महत्व को जानेंगे।
क्या है सनस्क्रीन?
सनस्क्रीन त्वचा के लिए एक प्रकार की दवाई है जो त्वचा को खतरनाक अल्ट्रा वायलेट किरणों से सुरक्षित रखती है। इसके साथ ही सनस्क्रीन सनबर्न, स्किन एजिंग और स्किन कैंसर से भी बचाती है। सही एसपीएफ के इस्तेमाल से आप अपनी स्किन को जलने से बचा सकते हैं।
क्या है एसपीएफ नंबर?
एसपीएफ का पूरा नाम है सन प्रोटेक्शन फैक्टर। एसपीएफ के ज़रिये हमें पता चलता है कि कितना और कितनी देर तक सनस्क्रीन आपको सूरज की किरणों से सुरक्षित रखेंगी। अगर आप लम्बे समय के लिए घर से बहार रहते हैं तो आपको ज़्यादा एसपीएफ वाला सनस्क्रीन इस्तेमाल करना चाहिए जैसे कि 50 एसपीएफ। डर्मेटोलोजिस्ट के अनुसार हमें कम से कम 15 एसपीएफ वाली सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए।
क्या होता है PA++?
जैसे एसपीएफ के नंबर हमें बताते है कि कितनी देर तक हमारी त्वचा धुप से सुरक्षित रहेगी उसी प्रकार से PA एसपीएफ की गुणवत्ता और युवीए (UVA) से सुरक्षा को बताता है। जितने ज़्यादा प्लस उतनी बेहतर सुरक्षा। यह लेबल जापान में एसपीएफ की रेटिंग दर्शाने के लिए विकसित किया गया था।
चलिए समझते है PA रेटिंग का मतलब:
PA+ = कुछ युवीए सुरक्षा
PA+ = मध्यम युवीए सुरक्षा
PA+++ = उच्च युवीए सुरक्षा
PA++++ = अत्यधिक उच्च युवीए सुरक्षा
अपनी सनस्क्रीन को हमेशा अपनी त्वचा के अनुसार ख़रीदे और साथ ही हमेशा एसपीएफ और को चेक करें।