ऋतु लुणावत
फैशन की दुनिया में सबके लिए कुछ न कुछ विकल्प हैं। जैसे उन लोगों के लिए जिनके नाखून लंबे नहीं हो पाते या जो बालों को कलर करवाने से घबराते हैं। ऐसे लोगों के लिए आर्टिफिशियल सौंदर्य साधन तोहफे की तरह हैं। इन साधनों का प्रयोग शौकिया भी किया जाता है। पार्टी, उत्सव या ऐसे ही किसी समय पर महिलाएं बड़े पैमाने पर इनका प्रयोग करती हैं। ऐसे में यह जानकारी रखना भी बेहद जरूरी है कि इन साधनों का प्रयोग किस तरह किया जाए। आइए जानते हैं कुछ मुख्य बातें आर्टिफिशियल आईलैशेस के बारे में।
घनी पलकों से सजी आंखें किसे खूबसूरत नहीं लगतीं। अगर प्राकृतिक तौर पर आपके पास ये नहीं हैं तो आर्टिफिशियल आईलैशेस का प्रयोग आसानी से किया जा सकता है। इन्हें सिंगल क्लम्प्स (एक गुच्छे) में या फिर फुल सेट के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहला कदम है मनचाही लंबाई, रंग और गुणवत्ता पूर्ण आईलैशेज़ खरीदना। जरूरी है कि आप अपने बजट के हिसाब से प्रॉडक्ट चुनें, लेकिन ज्यादा सस्ते के चक्कर में क्वालिटी से समझौता करना भी ठीक नहीं। वैसे सामान्य तौर पर काले रंग की, मीडियम लंबाई वाली आईलैशेस के फुलसैट को प्राथमिकता दी जाती है।
- जो भी आईलैशेस का प्रयोग करें, उसके साथ दिए गए कागज या बॉक्स पर लिखे सुरक्षा-निर्देशों तथा सावधानियों के बिंदुओं को जरूर पढ़ें।
- आईलैशेस के प्रयोग से पहले पूरे चेहरे को अच्छी तरह धो लीजिए। रोशनी भरे कमरे में एक साफ आईने के सामने बैठिए और संबंधित सारे सामान को समीप रख लीजिए। लैशेस को लगाने से पहले अच्छी तरह देख लें, अगर जरूरी लगे तो अपने हिसाब से थोड़ी काट-छांट भी करें। यह याद रखें कि लैशेज आपकी प्राकृतिक लैशेस की लंबाई जितनी ही हो और आंखों के कोनों तक पहुंचती हों। बहुत लंबी या छोटी लैशेस फिट भी ठीक से नहीं होंगी और दिखने में भी अजीब लगेंगी।
- लिक्वड आईलाइनर से एक पतली रेखा पलकों के ठीक ऊपर खींचें। यह आर्टिफिशियल लैशेस लगाने के बाद परफेक्ट लुक देने का काम करेगा।
- अब आर्टिफिशियल लैशेस पर साथ दिया गया ग्लू लगाइए और कुछ सेकेंड्स इसके गाढ़ा होने तक इंतजार कीजिए। एक आंख बंद करके उस पर ट्विजर (एक तरह का औजार) की सहायता से लैशेस को ठीक प्राकृतिक लैशेस की लाइन के ऊपर लगाइए। कुछ देर हल्के से प्रेस करने के बाद छोड़ दीजिए। अगर आप सिंगल क्लम्प का प्रयोग कर रही हैं तो इन्हें आंखों के कोनों से एक समान तरीके से लगाते हुए अंदर की तरफ लाइए। सिंगल क्लम्प्स लगाते समय बस ज्यादा ध्यान इस बात का रखें कि सारे सिंगल पीसेस इस तरह लगें कि दोनों आंखों की पलकें एक समान दिखें। इसके बाद आप असली और कृत्रिम पलकों को ठीक से जोड़ने के लिए आईलैशेस कलर्स का उपयोग कर सकती हैं।
- सारी प्रोसेस हल्के हाथ से करें।
- आईलैशेस लग जाने के बाद अंदर की तरफ से पलकों को सहारा देते हुए मस्कारा का कोट लगाएं, ताकि लैशेस जगह पर बनी रहें।
- ब्लैक के अलावा आप कई अन्य रंगों की आईलैशेस का प्रयोग भी कर सकती हैं, लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि ये आप पर सूट करती हुई हों। अन्यथा पूरे मेकअप का असर खराब हो सकता है।
- आईलैशेस के साथ दिए गए ग्लू या चिपकने वाले पदार्थ की मात्रा आंखों में न जाए इसका ध्यान रखें।
- सारी प्रोसेस हो जाने के बाद ध्यान से देख लें कि आईलैशेस ठीक से लग गई हैं या नहीं।