रविन्द्र सिंह रॉबिन, बीबीसी हिंदी के लिए
जेट ने अपने परिचालन को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फ़ैसला लिया है। बुधवार की रात को उसने अपनी अंतिम उड़ान भरी। जेट एयरवेज की फ्लाइट 9W 3502 रात 10.20 बजे अपने दो घंटे के अंतिम सफ़र पर अमृतसर से मुंबई के लिए निकली।
विमान में यात्रा कर रहे बहुत से लोगों को इसका अंदाजा नहीं था कि यह जेट एयरवेज की अंतिम फ्लाइट थी। कुछ यात्रियों ने बीबीसी से कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि यह जेट एयरवेज की अंतिम फ्लाइट है।
बीबीसी से बातचीत में कुछ यात्रियों ने बताया कि उन्होंने अपने हवाई सफर की शुरुआत ही जेट एयरवेज से की थी। वहीं कुछ यात्रियों ने कहा कि वो अमूमन इंडियन एयरलांइस का इस्तेमाल करते हैं लेकिन जेट एयरवेज में अच्छी सुविधाओं को लेकर यात्रा करना उन्हें पसंद हैं।
एक महिला यात्री ने जेट के कर्मचारियों के भविष्य को लेकर अपनी चिंताएं जताई। उन्होंने कहा, 'देश के लिए यह अच्छी खबर नहीं है। इससे बेरोजगारी ही बढ़ेगी। किसी अन्य एयरलाइंस को इतनी बड़ी संख्या में जेट के कर्मचारियों को नियुक्त करना आसान नहीं होगा।'
वहीं एक बिजनेस मैन ने कहा कि, 'एक कंपनी बहुत अच्छी चल रही हो और वो एकदम से खस्ताहाल हो जाए और बंद हो जाए ऐसी स्थिति को मैं समझ सकता हूं।'
वहीं जेट एयरवेज के फ्लाइट क्रू के कैप्टन ने बीबीसी से कहा, 'सूरज उदय होगा।' इस विमान की एयरहोस्टेस को तो कुछ देर पहले तक यह पता नहीं था कि यह जेट की अंतिम उड़ान है। उन्होंने बीबीसी से कहा, 'यह बहुत ही दुख की घड़ी है।'
दरअसल 25 साल पुरानी एयरलाइन कंपनी पर 8 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है और बैंकों ने 400 करोड़ रुपए का इमरजेंसी फंड देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कंपनी के सामने 'शटरडाउन' के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा।