- इमरान कुरैशी
कर्नाटक के एक गांव में 21 साल की एक मुस्लिम लड़की को उसके घर वालों ने कथित तौर पर इसलिए ज़िंदा जला दिया, क्योंकि एक दलित से छिपकर शादी करने के बाद वह गर्भवती अवस्था में घर लौटी थी।
ये घटना विजयपुरा ज़िले के मुद्देबिहाल तालुकी के गुंडाकनला गांव की है। बानू बेग़म को गांव के ही 24 वर्षीय दलित युवक सायाबन्ना शरणप्पा कोन्नुर से प्यार हो गया था। जब बानू के मां-बाप को इस बारे में पता चला तो उन्होंने सायाबन्ना पर एक नाबालिग को फुसलाने का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। सायाबन्ना से भी कथित तौर पर उनके घर वालों ने मारपीट की।
इसके बाद दोनों 24 जनवरी को भागकर गोवा चले गए। वहां कथित तौर पर उन्होंने शादी की। इसी शनिवार को वे अपने गांव लौटे, यह ख़ुशखबरी लेकर कि बानू मां बनने वाली है। लेकिन बानू के मां-पिता को इससे खुशी नहीं हुई। बल्कि सायाबन्ना के पिता ने भी ये रिश्ता तोड़ने के लिए कहा।
इसी दिन बानू के मां-पिता ने अपनी बेटी और दामाद दोनों की पिटाई की। सायाबन्ना पुलिस की मदद मांगने गए। लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती, बानू की मौत हो गई थी। आरोप है कि उन्हें कई बार चाकू मारा गया।
विजयपुरा के एसएसपी कुलदीप कुमार जैन ने कहा, 'उन्होंने उसे आग के हवाले कर दिया और ज़िंदा जला दिया।' एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बानू की मां, भाई, बहन और सायाबन्ना के पिता को गिरफ़्तार कर लिया गया है।