CBSE बोर्ड के दसवीं के परिणाम घोषित हो गए हैं और संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है जब 13 विद्यार्थियों ने एकसाथ टॉप किया है।
इन सभी 13 विद्यार्थियों को पांच सौ में 499 अंक प्राप्त हुए हैं। इन 13 विद्यार्थियों में छह छात्राएं हैं।
पहला स्थान हासिल करने वाली उत्तर प्रदेश, नोएडा के मयूर स्कूल में पढ़ने वाली शिवानी ने बीबीसी को बताया कि उनके लिए टाइम मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण रहा।
एक ओर जहां परीक्षाओं के दौरान ज़्यादातर लोग सोशल मीडिया से दूर हो जाते हैं वहीं शिवानी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया।
वो कहती हैं "मैंने कुछ भी बंद नहीं किया था। सब कुछ देखती थी लेकिन सबका टाइम फ़िक्स था, पढ़ाई को लेकर उसमें कभी भी कमी नहीं की।"
शिवानी कहती हैं उन्हें ये उम्मीद तो थी कि उनके नंबर अच्छे आएंगे लेकिन इतने अधिक नंबर आएंगे इसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी।
इस बार सीबीएसई बोर्ड ने परिणाम घोषित करने में काफ़ी तेज़ी दिखाई है। 12वीं के परिणाम जहं महज़ 55 दिनों में आ गए थे वहीं दसवीं के सिर्फ़ 38 दिनों में।
पिछले साल की तुलना में इस बार उत्तीर्ण हुए बच्चों का प्रतिशत भी बढ़ा है। पिछले साल के 86.07 फ़ीसदी के मुक़ाबले इस साल 91.1 फ़ीसदी विद्यार्थियों ने कामयाबी हासिल की है।
तिरुवनंतपुरम का परिणाम सबसे बेहतरीन रहा है। यहां 99.85 फ़ीसदी बच्चे पास हुए हैं। तिरुवनंतपुरम के बाद चेन्नई और अजमेर का स्थान है।
एक ओर जहां 13 बच्चों ने पहला स्थान हासिल किया है वहीं 25 विद्यार्थी दूसरे स्थान पर रहे। 498 अंकों के साथ 25 विद्यार्थी सेकंड टॉपर बने जबकि 58 विद्यार्थी तीसरे स्थान पर हैं। अंकों के आधार पर इन्हें पांच सौ में से 497 अंक मिले हैं।
इस साल 17,74,299 विद्यार्थियों ने सीबीएई की दसवीं के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था जबकि 17,61,078 ने परीक्षा दी और 16,04,428 ही पास हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा में पास हुए सभी विद्यार्थियों को बधाई दी है। उन्होंने सभी को आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
शिवानी लथ के साथ ही सिद्धांत पेंगोरिया, दिव्यांश वाधवा, योगेश कुमार गुप्ता, अंकुर मिश्रा, वत्सल वार्षणेय, मान्या, आर्यन झा, तरु जैन, भावना एन सिवदास, ईश मदन, दिवजोत कौर जग्गी, अपूर्व जैन ने भी पहला स्थान हासिल किया है।