गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

जानिए गर्भवती महिलाओं के लिए क्यों हानिकारक है बैंगन

WD Feature Desk
गुरुवार, 16 मई 2024 (17:21 IST)
Brinjal Side Effects Ayurveda
Brinjal Side Effects Ayurveda : आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है जो शरीर और मन के स्वास्थ्य पर जोर देती है। आयुर्वेद के अनुसार, गर्भावस्था एक नाजुक समय होता है जब महिलाओं को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ALSO READ: इस आयुर्वेदिक उपाय से नहीं झड़ेगा एक भी बाल, जानें विधि और इस्तेमाल करने का तरीका

आयुर्वेद में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का उल्लेख किया गया है जिन्हें गर्भवती महिलाओं को नहीं खाना चाहिए, क्योंकि ये उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। बैंगन भी उन खाद्य पदार्थों में से एक है जिन्हें गर्भवती महिलाओं को नहीं खाना चाहिए। ALSO READ: गर्मी में शरीर को ठंडा रखते हैं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय
 
इसलिए नहीं खाना चाहिए प्रेगनेंसी में बैंगन: 
आयुर्वेद के अनुसार, बैंगन एक वात-कारक खाद्य पदार्थ है। वात शरीर के तीन दोषों में से एक है, और यह शरीर में गति और परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है। गर्भावस्था के दौरान, वात दोष पहले से ही बढ़ा हुआ होता है, इसलिए बैंगन जैसे वात-कारक खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
 
बैंगन को पचाने में भी मुश्किल होता है, और इससे गर्भवती महिलाओं में अपच, गैस और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, बैंगन में सोलनिन नामक एक एल्कलॉइड होता है, जो गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्मे बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है।
आयुर्वेद के अलावा, कुछ अन्य कारण भी हैं जिनकी वजह से गर्भवती महिलाओं को बैंगन से बचना चाहिए:
हालांकि, कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि बैंगन गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक नहीं है। लेकिन फिर भी, आयुर्वेद के अनुसार गर्भवती महिलाओं को बैंगन से बचना चाहिए। अगर आपको बैंगन खाने की इच्छा हो रही है, तो आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।
 
ध्यान रखें कि गर्भावस्था के दौरान अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार गर्भवती महिलाओं को ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।
 
अगर आपको गर्भावस्था के दौरान अपने खान-पान के बारे में कोई सवाल है, तो आप अपने डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह ले सकती हैं।
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