आज का दिन भी कम खास नहीं, गर्भगृह में विराजित हुए प्रभु श्रीराम लला

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 18 जनवरी 2024 (20:36 IST)
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ayodhya ram mandir : रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में गुरुवार को रामलला विग्रह को अपने आसन पर स्थापित कर दिया गया। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंदिर के गर्भगृह में आज वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलला के विग्रह की स्थापना हुई। चार घंटे तक यह अनुष्ठान चला।
 
यह पूजा हुई : गर्भगृह में गणेशाम्बिका पूजन, वरुण पूजन, चतुर्वेदोक्त पुण्याह वाचन, मातृका पूजन, वसोर्धारा पूजन (सप्तघृत मातृका पूजन), आयुव्यमन्त्र जप, नान्दी श्राद्ध, आचार्यादि ऋत्विग्वरण, मधुपर्क पूजन, मण्डप प्रवेश, पृथ्वी-कूर्म-अनन्त-वराह-यज्ञभूमि पूजन, दिग्रक्षण, पंचगव्य प्रोक्षण, मण्डपांग वास्तु पूजन, वास्तु बलिदान, मंडप सूत्र वेष्टन, दुग्धधारा, जलधारा करण, षोडश स्तम्भ पूजनादि, मण्डप पूजा (तोरण, द्वार, ध्वज, आयुध, पताका, दिक्पाल, द्वारपालादि पूजा), मूर्ति का जलाधिवास, गन्धादिवास, सायंकालिक मंत्रोच्चारण के द्वारा अनुष्ठान किया गया।
 
इससे पहले बुधवार देर रात श्रीरामलला की रजत प्रतिमा को पालकी में विराजमान कर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य एवं यजमान डॉ. अनिल मिश्रा ने जन्मभूमि परिसर का भ्रमण कराया। 
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अयोध्या में जन्म भूमि स्थित राम- मन्दिर में आज दिन में 12:30 बजे के बाद राममूर्ति का प्रवेश हुआ। दोपहर 1:20 बजे यजमान द्वारा प्रधानसंकल्प होने पर वेदमन्त्रों की ध्वनि से वातावरण मंगलमय हुआ। मूर्ति के जलाधिवास तक के कार्य गुरुवार को संपन्न हुए।

दिनांक 19 जनवरी शुक्रवार को प्रातः… pic.twitter.com/F6E9IAoyLM

— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 18, 2024 >
इसमें काशी से आए विद्वान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन करते रहे। इस दौरान गर्भगृह में पुष्पवर्षा की गई। पूरे परिसर में जगह-जगह पर सुंदर सजावट भी की गई थी। गर्भगृह से सिंहासन, पूजन शुरू हो गया है। 
 
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला को कल प्रात: औषधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और सायंकाल धान्याधिवास को मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराया जाएगा। इस अनुष्ठान में काशी के श्रद्धेय गणेश शास्त्री, द्राविड़ एवं प्रमुख आचार्य श्री लक्ष्मीकांत दीक्षित सम्मिलित होंगे।
 
गौरतलब है कि कल देर शाम रामसेवकपुरम् से बंद डीसीएम में विग्रह को रखकर रामजन्मभूमि के गेट नं. 2 से प्रवेश कराया गया था। 
 
योगीराज ने तैयार की है मूर्ति : मूर्तिकार अरुण योगीराज के द्वारा तराशी गई 51 इंच की प्रतिमा श्याम रंग की है, जिसका वजन 2 टन बताया गया है। फिलहाल प्रतिमा को अभी ढंका गया है।

डीसीएम धर्म पथ, राम पथ और भक्ति पथ से होता हुआ प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचा, फिर इसके बाद दशरथ महल के रास्ते रंगमहल से होते हुए रामजन्मभूमि परिसर के गेट पर पहुंचा था। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूलों से वर्षा कर अपने भगवान का स्वागत किया था और जय श्रीराम के जयकारे लगाया था।
 
यात्रा में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय सहित वैदिक आचार्यों की टीम शामिल रही। इस दौरान सुरक्षा के लिए एटीएस, पीएससी, सिविल पुलिस के कड़े पहरे भी देखे गए। विग्रह के परिसर में पहुंचने से पहले ड्रोन से निगरानी की गई और जिन-जिन मार्गों से ड्रोन गुजरा उनको पूरी तरह खाली करा दिया गया था।
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