क्रैश टेस्ट करने वाली एजेंसी ग्लोबल एनसीएपी (Global NCAP) ने हाल ही में भारतीय बाजार में बिकने वाली कुछ कारों का सेफ्टी टेस्ट किया है। इस टेस्ट में फॉक्सवैगन वर्टस और स्कोडा स्लाविया सेडान का भी क्रैश टेस्ट हुआ।
इसमें इन दोनों कारों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 स्टार रेटिंग हासिल की। कीमत की बात करें तो VW वर्टुस की कीमत 11.21 लाख रुपए से शुरू होती है, जबकि स्कोडा स्लाविया की कीमत 10.99 लाख रुपए से शुरू होती है।
मारुति की कारों की बात करें तो मारुति सुजुकी वैगनआर और अल्टो K10 ने क्रमशः 1 स्टार और 2 स्टार रेटिंग हासिल की है।
स्लाविया और वर्टस दोनों ने एडल्ट और चाइल्ड प्रोटेक्शन में 5 स्टार रेटिंग हासिल की है।
टेस्टिंग के लिए इनके बेस-स्पेक मॉडल का इस्तेमाल किया गया था। इनमें डुअल एयरबैग, ईएससी और सीट बेल्ट प्रेटेंसर जैसे बेसिक फीचर्स मिलते हैं। इनमें 1-लीटर TSI और 1.5-लीटर TSI वाले पेट्रोल इंजन मिलते हैं।
मारुति ने दिया यह बयान : मारुति ने कहा है कि उसके वाहन भारत के दुर्घटना सुरक्षा नियमनों को पूरा करते हैं। ये नियमन यूरोप के मानकों के अनुरूप हैं।
ग्लोबल एनसीएपी किसी वाहन को उनकी सुरक्षा खूबियों के आधार पर शून्य से पांच तक की रेटिंग देता है। ऊंची रेटिंग वाले वाहनों को लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है।
ग्लोबल एनसीएपी के नवीनतम परीक्षण के अनुसार, ऑल्टो के10 ने सामने से दुर्घटना होने पर बालिग व्यक्ति की छाती से सिर तक चोट के मामले में मामूली से स्थिर प्रदर्शन किया। लेकिन बगल से टक्कर होने पर छाती पर चोट के मामले में इसकी सुरक्षा कमजोर है।
वैगनआर ने दुर्घटना की स्थिति में चालक की छाती पर चोट लगने के मामले में कमजोर प्रदर्शन किया।
ग्लोबल एनसीएपी के महासचिव एलेजांद्रो फुरास ने कहा कि हम भारतीय वाहन विनिर्माताओं और कुछ वैश्विक वाहन कंपनियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया पाकर खुश हैं। हालांकि, कुछ सीमित सुधार हुआ है। हमने अभी तक सबसे लोकप्रिय मारुति सुजुकी मॉडल में इस सुरक्षा प्रतिबद्धता को नहीं पाया है।
उन्होंने कहा कि यह देखते हुए कि भारत में बेचे जाने वाले नए मॉडल के लिए छह एयरबैग एक अनिवार्यता है। हालांकि, मारुति सुजुकी के लोकप्रिय मॉडल में इस तरह की सुरक्षा प्रतिबद्धता देखने को नहीं मिलती है।
इस बारे में संपर्क करने पर मारुति सुजुकी के प्रवक्ता ने पीटीआई से कहा कि सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसलिए दुनियाभर की सरकारें इसको लेकर नियमन बना रही हैं, क्योंकि उनके ऊपर अपने नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व है।
प्रवक्ता ने कहा कि मारुति के लिए भी सुरक्षा हमेशा शीर्ष प्राथमिकता रही है। भारत के दुर्घटना सुरक्षा नियम लगभग यूरोप के मानकों के समान हैं। हमारे सभी मॉडल इन नियमों को पूरा करते हैं और भारत सरकार द्वारा प्रमाणित हैं। इनपुट पीटीआई Edited By : Sudhir Sharma