बेंगलुरु। वाहन बनाने वाली जापान की कंपनी होंडा मोटर ने अपने नरसापुर संयंत्र में दोपहिया वाहनों का अपना चौथा एसेंबली लाइन आज शुरू किया। इससे संयंत्र की क्षमता बढ़कर प्रति वर्ष 64 लाख वाहन बनाने की हो गई तथा भारत कंपनी का सबसे बड़ा वैश्विक उत्पादन केंद्र बन गया।
कंपनी ने बताया कि उसकी भारतीय इकाई होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया लिमिटेड ने चौथे लाइन में 606.5 करोड़ रुपए का निवेश किया है। संयंत्र में अब तक 2600 करोड़ रुपए निवेश किए जा चुके हैं तथा यहां 7000 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। कंपनी ने इस उत्पादन संयंत्र के पहले लाइन की शुरुआत 2013 में की थी।
होंडा मोटर कंपनी के मुख्य क्षेत्रीय परिचालन अधिकारी (एशिया एंड ओसीनीया) शिंजी ओयामा ने कहा कि भारत 120 देशों में फैले दोपहिया वाहनों के कारोबार की मांग का केंद्र है। इससे पहले इंडोनेशिया कंपनी का सबसे बड़ा उत्पादन केंद्र था। उसकी क्षमता प्रति वर्ष 58 लाख इकाई बनाने की है। (भाषा)