Zodiac signs astrology: 29 अप्रैल से शनि अपनी स्वयंम की राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं जहां वे 29 मार्च 2025 तक रहेंगे। 5 जून को शनि ने अपनी चाल वक्री कर ली है जो 23 अक्तूबर तक इसी वक्री अवस्था में ही गोचर करेंगे। यानी की करीब 141 दिन तक शनि ग्रह वक्री रहेंगे। शनि की इस स्थिति के कारण 3 राशि के लोगों को 2025 तक संभलकर रहना होगा।
कर्क और वृश्चिक पर चल रही है ढैया : 29 अप्रैल से शनि ग्रह के कुंभ राशि में जाने से कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो गई है। शनि के ढैय्या की वजह से इन राशियों को कड़ी मेहनत करनी होगी, तभी सफलता मिल पाएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। गलत कामों से बचें।
कुंभ राशि में शनि है वक्री : आपकी राशि के लग्न भाव में शनि का वक्री होना आपके स्वभाव को प्रभावित करेगा। आपके जीवन में भी 2025 तक उतार चढ़ाव देखने को मिलेंगे। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। आपकी राशि के प्रथम यानी लग्न भाव में शनि का वक्री गोचर आपको मानसिक परेशानी देगा। आपके खर्च बढ़ जाएंगे। इससे वैवाहिक जीवन भी प्रभावित होगा। हालांकि भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी। करियर में सफलता मिलेगी। आपके व्यक्तित्व और चरित्र में बदलाव आने की संभावना है।
मकर, कुंभ और मीन वालों पर इस दौरान शनि साढ़े साती रहेगी। मकर पर साढ़ेसाती का आखिरी चरण, कुंभ पर दूसरा चरण और मीन पर पहला चरण चलेगा। जिसमें सबसे ज्यादा कष्टदायी समय कुंभ राशि के लोगों के लिए रहेगा। क्योंकि ज्योतिष अनुसार सबसे खराब दूसरा चरण माना जाता है।