Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

68 दिनों तक वृषभ राशि के मंगल 7 राशियों का करेंगे मंगल

हमें फॉलो करें 68 दिनों तक वृषभ राशि के मंगल 7 राशियों का करेंगे मंगल
, बुधवार, 24 अगस्त 2022 (12:29 IST)
Mangal grah ka vrishabh rashi me gochar : मंगल ग्रह 10 अगस्त से ही वृषभ राशि में भ्रमण कर रहा है, जो 16 अक्टूबर तक इसी राशि में रहेगा। मंगल के करीब 68 दिनों तक के इस गोचर के दौरान 7 राशियों का मंगल होगा। इन सात राशियों को इस दौरान लाभ होगा और उनके अटके सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे। आओ जानते हैं कि कौनसी हैं वे 7 राशियां।
 
1. वृषभ राशि : आपकी राशि के लग्न भाव में गोचर करेगा जिसके चलते माता और जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। संपत्ति खरीदने के योग बनेंगे। लेन-देन करते वक़्त सावधान रहें। यात्रा के दौरान भी सतर्क रहें। 
 
2. कर्क राशि : आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में मंगल का प्रवेश लाभकारी है। नौकरीपेशा हैं तो आपकी सराहना होगी, प्रमोशन मिलेगा। व्यापार में भी लाभ होगा। छात्रों के लिए भी अच्‍छा समय है।
 
3. सिंह राशि : आपकी राशि के दसवें भाव में मंगल का परिवर्तन कार्यक्षेत्र में सफलता दिलाएगा। व्यापार का विस्तार होगा। प्रॉपर्टी बनेगी। छात्रों के लिए समय अच्‍छा है। माता की ओर से सहयोग मिलेगा। 
webdunia
4. कन्या राशि : आपकी राशि के नौवें भाव में मंगल का गोचर अचानक लाभ प्रदान करेगा। हालांकि खर्चों को भी बढ़ा सकता है और सभी की सेहत का ध्यान रखना होगा। खासकर माता की सेहत का ध्यान रखें। भाई बहनों का सहयोग प्राप्त होगा। 
 
5. धनु राशि : आपकी राशि के छठे भाव में मंगल का गोचर रोग और शत्रुओं का नाश करेगा। परीक्षा में सफलता दिलाएगा। धर्म की ओर झुकाव बढ़ेगा। खर्चों में वृद्धि होगी। नौकरी और व्यापार में मिलाजुला समय रहेगा।
 
6. मकर राशि : आपकी राशि के पांचवें भाव में मंगल का परिवर्तन शुभ माना जा रहा है। खासकर छात्रों के लिए समय अनुकूल है। नौकरी में भी उन्नति या पदोन्नति होगी। व्यापार में लाभ होगा। हालांकि बच्चों की सेहत का ध्यान रखना होगा। 
 
7. मीन राशि : आपकी राशि के तीसरे भाव में मंगल का गोचर आपके पराक्रम को बढ़ा देगा। आप अपने शौक पूरे कर पाएंगे। धर्म की ओर झुकाव बढ़ेगा। सेहत अच्‍छी रहेगी। नौकरी और व्यापार में भी समय अनुकूल है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

प्रदोष व्रत के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और शिव मंत्र