Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

कैसे होते हैं मेष राशि वाले जातक, जानिए अपना व्यक्तित्व...

हमें फॉलो करें Mesh-rashi-440
webdunia

पं. हेमन्त रिछारिया

* मेष राशि में जन्मे जातकों का व्यक्तित्व जानिए
 
राशियां जातक के व्यक्तित्व का दर्पण होती हैं। जातक का स्वरूप, स्वभाव एवं उसका व्यक्तित्व उसकी राशि एवं राशि अधिपति की स्थिति पर निर्भर करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 12 राशियां होती हैं। हर राशि के अधिपति ग्रह होते हैं। चन्द्र व सूर्य को छोड़कर सभी ग्रह 2-2 राशियों के स्वामी होते हैं। राहु-केतु छाया ग्रह होने के कारण किसी राशि के स्वामी नहीं होते।
 
जातक की राशि का निर्धारण जन्म के समय उसके चन्द्रमा की स्थिति से किया जाता है। जन्म के समय चन्द्रमा जिस राशि में स्थित होता है वही जातक की राशि होती है। उसी राशि के अनुसार जातक के 'नामाक्षर' (नाम के प्रथम अक्षर) का निर्धारण किया जाता है। 
 
हम 'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए क्रमश: समस्त 12 राशियों व उन राशियों में जन्मे जातकों के व्यक्तित्व के गुण-दोष की जानकारी प्रदान करेंगे। इसी क्रम प्रस्तुत है मेष राशि व मेष राशि में जन्मे जातकों का व्यक्तित्व-
 
राशि- मेष
स्वामी ग्रह- मंगल
गुणधर्म- चर
तत्व- अग्नि
उदय- पृष्ठोदय
दिशा- पूर्व
स्वरूप- भेड़
 
मेष राशि वाले जातक-
 
जिन जातकों के जन्म के समय चन्द्र मेष राशि में स्थित होता है उनकी राशि मेष होती है। मेष राशि वाले जातक सामान्य कद के व सुगठित शरीर वाले होते हैं। मेष राशि अग्नि तत्व राशि है। इसका स्वामी मंगल है। इसके परिणामस्वरूप मेष राशि वाले जातकों का स्वभाव उग्र व उत्तेजनात्मक होता है। वे शीघ्र ही क्रोध व आवेग से भर उठते हैं।
 
यदि चन्द्र व मंगल पर अशुभ प्रभाव हो तो मेष राशि वाले जातक झगड़ालू व हठी प्रवृत्ति के हो जाते हैं। मेष राशि के जातक आशावादी होते हैं। वे महत्वाकांक्षी भी होते हैं। उन्हें किसी भी कार्य को अधूरा छोड़ना नापसंद होता है। धन संचय के मामले में मेष राशि वाले जातक कम सफल होते हैं। मेष राशि वाले सेना, पुलिस, प्रबंधन, कुश्ती, तकनीकी आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से सफल होते हैं।
 
(क्रमश:)...
 
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केंद्र
संपर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मां बगलामुखी जयंती आज : रक्षा के लिए पढ़ें यह खास कवच मंत्र