* मंगल दोष से विवाह में हो रहा हो विलंब तो यह जरूर करें...
शुक्ल पक्ष के मंगलवार को चांदी का एक टुकड़ा लेकर उसे जमीन में गड्ढा खोदकर रख दें। अब उस पर पानी डालें और थोड़ी मिट्टी भी डाल दें। तत्पश्चात इस पर तुलसी का पौधा लगा दें। इस पौधे का ध्यान रखें और नियमित जल आदि डालें। यह उपाय मंगल के कुप्रभाव को दूर कर विवाह में बाधाओं का निवारण करता है।
अगर कुंडली में मंगल के कारण विवाह में विलंब हो रहा है तो जेब या पर्स में चांदी का चौकोर टुकड़ा सदा अपने साथ रखें। यह मंगल दोष के प्रभाव को कम कर आपका कार्य सिद्ध कर देगा।
युवती के विवाह में मंगल की वजह से बाधा आ रही है तो शुक्ल पक्ष के मंगलवार को भगवान राम-सीता व हनुमानजी के चित्र की स्थापना करें और दीपक जलाकर सुंदरकांड का पाठ करें।
मांगलिक कन्याओं को गौरी पूजन तथा श्रीमद्भागवत के 18वें अध्याय के नौवें श्लोक का जप अवश्य करना चाहिए-
कार्यम्, इति, एव, यत्, कर्म, नियतम्, क्रियते, अर्जुन,
संगम्, त्यक्त्वा, फलम्, च, एव, स:, त्याग:, सात्त्विक:, मत:।
मांगलिक वर अथवा कन्या को अपनी विवाह बाधा को दूर करने के लिए मंगल यंत्र की नियमित पूजा-अर्चना करनी चाहिए। मंगल दोष द्वारा यदि कन्या के विवाह में विलंब होता हो तो कन्या को शयनकाल में सर के नीचे हल्दी की गांठ रखकर सोना चाहिए और नियमित 16 गुरुवार पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए।