श्री गणेश द्वादश नाम स्तोत्रम् में भगवान श्री गणेश के 12 नामों का वर्णन किया हैं। इन नामों का पाठ करने से मनुष्य के जीवन सबकुछ मंगल ही मंगल होने लगता है। खास तौर पर इसे बुधवार या गुरुवार के दिन अवश्य पढ़ना चाहिए। यहां पढ़ें श्री गणेशद्वादशनामस्तोत्रम्...
।। श्रीगणेशाय नम:।।
।।शुक्लांम्बरधरं देवं शशिवर्णं चतुर्भुजम् ।
प्रसन्नवदनं ध्यायेत्सर्वविघ्नोपशांतये ।।1।।
अभीप्सितार्थसिद्ध्यर्थं पूजेतो य: सुरासुरै: ।
सर्वविघ्नहरस्तस्मै गणाधिपतये नम: ।।2।।
गणानामधिपश्चण्डो गजवक्त्रस्त्रिलोचन: ।
प्रसन्न भव मे नित्यं वरदातर्विनायक ।।3।।
सुमुखश्चैकदन्तश्च कपिलो गजकर्णक:
लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो विनायक: ।।4 ।।
धूम्रकेतुर्गणाध्यक्षो भालचंद्रो गजानन:।
द्वादशैतानि नामानि गणेशस्य य: पठेत् ।।5।।
विद्यार्थी लभते विद्यां धनार्थी विपुलं धनम् ।
इष्टकामं तु कामार्थी धर्मार्थी मोक्षमक्षयम् ।।6।।
विद्यारभ्मे विवाहे च प्रवेशे निर्गमे तथा
संग्रामे संकटेश्चैव विघ्नस्तस्य न जायते ।।7।।