मां भगवती के 32 नाम, जपने से पूरे होंगे सारे कार्य, जानिए कैसे करें जप...

Webdunia
मां भगवती को अपने यह 32 नाम अति प्रिय हैं। इन्हें सुनकर वे पुलकित हो जाती हैं।


वर्षभर में आने वाली किसी भी नवरात्रि में अथवा प्रतिदिन श्री दुर्गा माता, भगवती की उपासना करने से हर व्यक्ति को मन इच्छित फल प्राप्त होते हैं। ॐ दुर्गा,  दुर्गसाधिनी, दुर्गनाशिनी, दुर्गतिशमनी, दुर्गाद्विनिवारिणी, दुर्गमच्छेदनी, दुर्गतोद्धारिणी, दुर्गनिहन्त्री पढ़ें मां दुर्गा के वह 32 नाम जो हर संकट से बचाते हैं... 
 
कैसे करें दुर्गा के पावन नामों का जप -
 
* किसी भी दिन या नवरात्रि में स्नानादि कार्यों से निवृत्त होने के बाद कुश या कंबल के आसन पर पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करके बैठें। 
 
* तत्पश्चात घी का दीपक जलाएं तथा मां दुर्गा को प्रिय उनके नामों की 5, 11 या 21 माला का जाप निरंतर नौ दिन तक करें। 
 
* इसके साथ ही माता से अपनी सभी मनोकामना पूर्ण करने की याचना करें।

ALSO READ: आपने नहीं पढ़ी होगी गुप्त नवरात्रि से जुड़ी यह प्रामाणिक एवं प्राचीन कथा
 
मां भगवती के 32 नाम
 
1. ॐ दुर्गा, 
2. दुर्गतिशमनी, 
3. दुर्गाद्विनिवारिणी, 
4. दुर्गमच्छेदनी, 
5. दुर्गसाधिनी, 
6. दुर्गनाशिनी, 
7. दुर्गतोद्धारिणी,
8. दुर्गनिहन्त्री 
9. दुर्गमापहा, 
10. दुर्गमज्ञानदा, 
11. दुर्गदैत्यलोकदवानला, 
12. दुर्गमा, 
13. दुर्गमालोका, 
14. दुर्गमात्मस्वरुपिणी, 
15. दुर्गमार्गप्रदा, 
16. दुर्गम विद्या, 
17. दुर्गमाश्रिता, 
18. दुर्गमज्ञान संस्थाना, 
19. दुर्गमध्यान भासिनी, 
20. दुर्गमोहा, 
21. दुर्गमगा, 
22. दुर्गमार्थस्वरुपिणी, 
23. दुर्गमासुर संहंत्रि, 
24. दुर्गमायुध धारिणी, 
25. दुर्गमांगी, 
26. दुर्गमता, 
27. दुर्गम्या, 
28. दुर्गमेश्वरी, 
29. दुर्गभीमा, 
30. दुर्गभामा, 
31. दुर्गमो, 
32. दुर्गोद्धारिणी।
 
कोई भी व्यक्ति परेशानी या कठिनाई के समय में इन 32 नामों का उच्चारण करता है, तो कुछ ही समय में उसके सभी दुख दूर हो जाते है और वो आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत करता है।

ALSO READ: गुप्त नवरात्रि में इन 10 मंत्रों से करें मां की आराधना, दुख, दरिद्रता और हर बाधा होगी दूर

 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

दिवाली पर क्यों बनाते हैं रंगोली? जानिए क्या है रंगोली का इतिहास

झाड़ू से क्या है माता लक्ष्मी का कनेक्शन, सही तरीके से झाड़ू ना लगाने से आता है आर्थिक संकट

गोवर्धन पूजा और अन्नकूट उत्सव का त्योहार कब है, जाने पूजन का शुभ मुहूर्त और विधि

रंगोली में इन 18 शुभ प्रतीकों का है खास महत्व, धर्म और आस्था को मजबूत करती है ये कला

Dhanteras 2024 date and time: धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि और यमदेव की पूजा का शुभ मुहूर्त

सभी देखें

नवीनतम

Ahoi ashtami 2024: अहोई अष्टमी की पूजा क्यों करते हैं? जानें सही तिथि और पूजा विधि

Aaj Ka Rashifal: राशिफल 22 अक्टूबर, आज क्या कहती है आपकी राशि (पढ़ें 12 राशियां)

22 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

22 अक्टूबर 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

गुरु पुष्य योग में क्यों की जाती है खरीदारी, जानें महत्व और खास बातें

अगला लेख
More