27 जुलाई 2018 को होने वाले चंद्र ग्रहण पर इस बार 'केमद्रुम योग' नाम का बेहद खास संयोग बन रहा है। यह योग जन्मपत्रिका में बैठे ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर फल देता है। यह योग किसी जातक को महा दारिद्रय बना सकता है तो किसी को राजयोग भी दिला सकता है।
प्राचीन ज्योतिष के अनुसार जहां कुछ योग जातक को निर्धन और दरिद्र बना देते हैं, वहीं केमद्रुम भंग योग वाला जातक एक प्रकार से राजयोग का सुख भोगने वाला भी हो सकता है। यदि कुंडली में केमद्रुम योग की सृष्टि होने के साथ ही उसके भंग होने की भी स्थितियां मौजूद हों, तो जातक विशेष राजयोग से संपन्न हो जाता है।
अत: इस प्रबल दारिद्रय योग या महा दारिद्रय योग में अशुभ असर कम करने के लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं, जो इस प्रकार है : -
* दक्षिणावर्ती शंख के जल से मां लक्ष्मी की मूर्ति को स्नान कराएं।
* चांदी के श्रीयंत्र में मोती जड़वा कर लॉकेट धारण करें।
* रूद्राक्ष की माला से शिवपंचाक्षरी मंत्र 'ॐ नम: शिवाय' का जप करने से केमद्रुम योग के अशुभ फल कम होते हैं।
* शिव और लक्ष्मी की स्तुति इसमें विशेष तौर पर फायदेमंद होती हैं।
* सोमवार की पूर्णिमा के दिन या सोमवार को चित्रा नक्षत्र के टाइम से लगातार चार वर्ष तक पूर्णिमा का व्रत रखें।
* महामृत्युंजय मंत्र का जाप प्रतिदिन 108 बार अवश्य करें।
* सोमवार के दिन शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाएं।
* सिद्ध कुंजिकास्तोत्रम का प्रतिदिन 11 बार तेज स्वर में पाठ करें।
* रोजाना शिव तथा पार्वती की पूजा-उपासना करें।
* घर में दक्षिणावर्ती शंख स्थापित करें। इसके सम्मुख प्रतिदिन श्रीसूक्त का पाठ करें।