Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

बिना टेलीस्कोप आज चंद्रमा, शुक्र और शनि ग्रह को पास-पास खुली आंखों से देखें

हमें फॉलो करें बिना टेलीस्कोप आज चंद्रमा, शुक्र और शनि ग्रह को पास-पास खुली आंखों से देखें
, सोमवार, 23 जनवरी 2023 (17:25 IST)
आज दिनांक 23 जनवरी 2023 को शाम को आसमान में दिखाई देगा अद्भुत नजारा। चंद्रमा के पास दिखाई देंगे शुक्र और शनि ग्रह। आप इसे बिना टेलीस्कोप की मदद से अपनी आंखों से देख सकेंगे। यह नजारा करीब 1 घंटे 30 मिनट तक दिखाई देगा। इस खगोलीय घटना की जानकारी उज्जैन स्थित शासकीय जीवाजी वेधशाला दे मीडिया को दी।
 
आज दिनांक 23 जनवरी 2023 को शाम को सुंदर खगोलीय घटना होने जा रही है। इस दिन सूर्य अस्त होने के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा, शु्र ग्रह एवं सबसे सुंदर ग्रह शनि के साथ दिखाई देंगे। जिसे खगोलीय भाषा में चंद्रमा, शुक्र और शनि की युति कहते हैं। दिनांक 23 जनवरी 2023 को द्वितीय तिथि पर सायन गणना के अनुसार चंद्रमा कुंभ राशि में 27 अंश 2 कला पर होगा एवं उसकी क्रांति 16 अंश 59 कला दक्षिण होगी, शुक्र ग्रह कुंभ राशि में 25 अंश 13 कला पर होगा और उसकी क्रांति 14 अंश 29 कला दक्षिण होगी तथा शनि ग्रह कुंभ राशि में 24 अंश 50 कला पर होगा और उसकी क्रांति 14 अंश 25 कला होगी।
 
इस प्रकार हम देखते हैं कि चंद्रमा के साथ शुक्र एवं शनि ग्रह एक ही राशि में अत्यंत पास पास हैं। सांय सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में हसिए के आकार का चंद्रमा दिखाई देगा, चंद्रमा के ठीक पीछे थोड़ा दक्षिण की ओर लट्टू के समान चमकता हुआ शुक्र दिखाई देगा। शुक्र ग्रह के ठीक नीचे एवं कम चमकदार शनि ग्रह को आप देख सकेंगे। इस दिन चंद्रमा सायं 7 बजकर 54 मिनट पर अस्त हो रहा है। अत: यह नजारा आप लगभग 1 घंटे 30 मिनिट तक अच्छे प्रकार से देख सकेंगे। 
 
इस घटना को आप अपने घर से ही बिना किसी साधन के अपनी आंखों से ही बहुत अच्छी प्रकार से देख सकते हैं। युति देखने के लिए टेलीस्कोप आदि किसी साधन की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि पास पास दिखने की स्थिति में भी खगोलीय पिण्ड टेलीस्कोप के दृश्य क्षेत्र से दूरी पर ही रहते हैं। अत: आप इस घटना का व्यापक प्रचार प्रसार करें एवं विद्यार्थियों को भी किसी खुले स्थान से इस खगोलीय घटना को दिखाने की व्यवस्था करें।
 
अधीक्षक, शा. जीवाजी वेधशाला, उज्जैन।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

रामचरित मानस पर क्यों उठ रहे है विवाद, जानिए इससे जुड़े सभी तथ्य एक क्लिक में