यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं नवग्रहों के मूल मंत्र। इन मंत्रों के सर्वोत्तम फल प्राप्ति के लिए इनका जाप नियमित रूप से करना चाहिए। अनुशासन तथा पूर्ण शुद्धता का पालन करते हुए नवग्रहों के किसी भी मंत्र का जाप प्रतिदिन कम से कम 108 बार जरूर करना चाहिए।
मंत्र जाप के इच्छुक जातक को चाहिए कि वे किसी भी मंत्र का जाप आरंभ करने से पूर्व योग्य ज्योतिषी से सलाह लेकर ही जाप शुरू करें तो अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है। आइए जानें :-
नवग्रहों के मूल मंत्र
* सूर्य- ॐ सूर्याय नम:
* चंद्र- ॐ चंद्राय नम:
* मंगल- ॐ भौमाय नम:
* बुध- ॐ बुधाय नम:
* गुरु- ॐ गुरवे नम:
* शुक्र- ॐ शुक्राय नम:
* शनि- ॐ शनये नम:, ॐ शं शनैश्चराय नमः
* राहु- ॐ राहवे नम:
* केतु- ॐ केतवे नम:
(उपरोक्त जानकारी के सही या गलत होने की पुष्टि नहीं की जा सकती है। पाठक अपने विवेक का उपयोग करें।)