बृहस्पति और शुक्र के अस्त और उदय होने का खास महत्व माना गया है। यह इनमें से कोई भी एक तारा अस्त रहता है तो शुभ विवाह या मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। 23 नवंबर 2022 को पश्चिम में शुक्र का तारा उदय हुआ था जो अभी उदित है। आओ जानते हैं कि गुरु कब होंगे अस्त और उदय।
गुरु अस्त और उदय 2022 : इस वर्ष 19 फरवरी 2022 शनिवार को कुंभ राशि में गुरु तारा अस्त हो गया था जो 20 मार्च, 2022 दिन रविवार को उदित हुआ। 29 जुलाई, 2022 को यह ग्रह वक्री होकर 24 नवंबर 2022 को यह ग्रह पुन: मार्गी हुआ था।
बृहस्पति अस्त और उदय 2023 : अगले वर्ष गुरु ग्रह 1 अप्रैल 2023 शनिवार को करीब शाम 7 बजकर 12 मिनट पर अस्त होंगे और इसके बाद 3 मई 2023 बुधवार को सुबह 4 बजकर 56 मिनट पर उदय होंगे। कुल अस्त अवधि 32 दिन रहेगी।
गुरु के करें ये उपाय : गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करें, चने की दाल सहित अन्य पीली वस्तुओं का दान करें और केले के पेड़ की पूजा करें। संभव हो तो गुरुवार के दिन विधि-विधान अनुसार व्रत का पालन करें।