* अगर चाहते हैं नई ड्रेस आपके लिए शुभ हो तो ध्यान रखें
नई ड्रेस के प्रति हमारा आकर्षण भी खास होता है। कई बार हमें जो ड्रेस सबसे प्यारी होती है, अक्सर वही खराब हो जाती है। समझ में नहीं आता ऐसा क्यों हुआ? क्या आप जानते हैं कि नक्षत्रों की इसमें बड़ी भूमिका होती है। किसी खास नक्षत्र में पहनी ड्रेस आपको नुकसान पहुंचा सकती है उसी तरह कई बार किसी नक्षत्र विशेष में पहनी ड्रेस आपकी प्रगति के द्वार भी खोल सकती है। आइए जानें कि नक्षत्र कैसे पहचानें और किस नक्षत्र में पहनें नई ड्रेस?
क्या हैं नक्षत्र :- हमारे आकाश मंडल में 27 नक्षत्र है। यानी पूरे आकाश को 27 भागों में विभाजित कर हर भाग को एक नक्षत्र का नाम दिया गया है। ये नक्षत्र शुभ और अशुभ दोनों तरह के असर देते हैं। अगर पहली बार नई ड्रेस कैलेंडर में नक्षत्र देखकर पहनी जाए तो हो सकता है अचानक आपकी आर्थिक स्थिति सुधर जाए या फिर हो सकता है आपको लंबे समय से चली आ रही स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल जाए।
ऐसा भी हो सकता है कि नक्षत्रों की जानकारी के बिना पहनी ड्रेस को चूहे काट सकते हैं या फिर आपको आग से खतरा हो सकता है। आइए जानें नक्षत्र और नई ड्रेस के दिलचस्प संबंध को। जब भी चन्द्रमा किसी नक्षत्र में रहता है और उस समय आपने नई ड्रेस पहन ली तो रिजल्ट भी वैसे ही मिलेंगे। आइए जानते हैं कि किस नक्षत्र में चंद्र के रहने पर क्या असर हो सकता है?
(विशेष : नक्षत्र को कैलेंडर और पंचांग में देखकर जाना जा सकता है)
अश्विनी- अगर चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र में रहता है तब आप कोई नई ड्रेस पहनते हैं तो आप ढेर सारी नई ड्रेस और पा सकते हैं।
भरणी- चंद्रमा के भरणी नक्षत्र में रहने पर पहनी नई ड्रेस घर में चोरी करवा सकती है। अत: भरणी नक्षत्र पर नई ड्रेस पहनने से बचें।
कृतिका- इस नक्षत्र में चंद्रमा हो तब नई ड्रेस कतई ना पहनें आपको आग से खतरा हो सकता है।
रोहिणी- इस नक्षत्र में चंद्रमा शुभ होता है। इस दिन पहनी नई ड्रेस से अचानक आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
मृगशिरा- इस नक्षत्र से जरा बचकर रहे। अगर भूल से आपने मृगशिरा में चंद्रमा रहने पर नई ड्रेस पहनी तो चूहे आपकी ड्रेस काट सकते हैं।
आर्द्रा- यह नक्षत्र, नए कपड़े पहनने पर धन का नुकसान करवा सकता है। अत: इस नक्षत्र में चंद्रमा होने पर नई ड्रेस पहनने से बचें।
पुनर्वसु - समस्या आ सकती है।
पुष्य- अति शुभ नक्षत्र है। इस पर चंद्रमा हो और साथ में आपकी नई ड्रेस तो चार चांद लग सकते हैं। आपको अलग-अलग स्त्रोतों से आय प्राप्त हो सकती है।
आश्लेषा- इस नक्षत्र से बचकर रहे। ड्रेस खराब हो सकती है।
मघा- जीवन में उलझनें बढ़ सकती हैं।
पूर्वा फाल्गुनी- प्रशासनिक समस्याएं उभर सकती है।
उत्तरा फाल्गुनी- आय में वृद्धि और पुरानी सेहत की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
हस्त - अगर आप करियर या स्टडी में सक्सेस चाहते हैं तो इस नक्षत्र में नई ड्रेस जरूर पहनें। मनवांछित सफलता मिलेगी।
चित्रा- इस नक्षत्र में नई ड्रेस धारण करने से आपको एक नई ड्रेस और मिल सकती है।
स्वाति- यह नक्षत्र कोई बड़े अवसर या समारोह का सुख देता है। खाने-पीने के शौकीन लोग इस नक्षत्र पर नई ड्रेस पहन सकते हैं।
विशाखा- यह नक्षत्र नई ड्रेस के मामले में बड़ा शुभ है। इससे आपके फेम और नेम में इतना असर पड़ेगा कि आप मीडिया में छा जाएंगे।
अनुराधा- यह नक्षत्र मिलनसार लोगों के लिए है। इस दिन नई ड्रेस पहनने पर आपको अच्छे और नए दोस्त मिलेंगे।
ज्येष्ठा- सावधान! यह नक्षत्र हर प्रकार का नुकसान करवा सकता है।
मूल- नई ड्रेस खो सकती है। लॉन्ड्री से खराब हो सकती है।
पूर्वाषाढ़ा- इस नक्षत्र में चंद्रमा हो तब कतई नई ड्रेस न पहनें, आपको स्वास्थ्य की कोई नई समस्या शुरू हो सकती है।
उत्तराषाढ़ा- अगर इस नक्षत्र में चंद्रमा है और आपने नई ड्रेस पहनी तो आप अवश्य किसी बड़े सेमिनार या समारोह में भाग लेंगे जहां से आपको भविष्य की उजली राह नजर आएगी।
श्रवण- इस नक्षत्र में नई ड्रेस पहनने पर आंखों को कष्ट हो सकता है।
धनिष्ठा- अगर आपका कोई काम बरसों से रूका पड़ा है तब इस नक्षत्र में चंद्रमा रहे उस दिन ड्रेस धारण कीजिए। काम तुरंत बनेगा।
शतभिषा- इस नक्षत्र में नई ड्रेस हरगिज ना पहनें। आपको जहर का खतरा हो सकता है।
पूर्वा भाद्रपद- इस नक्षत्र में भी नए परिधान पहनने से सतर्क रहें। आपको पानी से खतरा हो सकता है।
उत्तरा भाद्रपद- इस नक्षत्र में खुद तो नए कपड़े पहनें ही नहीं बच्चों को भी हरगिज न पहनाएं .. यह नक्षत्र तकलीफें बढ़ा सकता है।
रेवती- नई ड्रेस के मामले में अत्यंत शुभ और शानदार नक्षत्र है। आपको अपार आर्थिक लाभ हो सकता है साथ ही मनपसंद गहने भी खरीद सकते हैं।
विशेष : इन नक्षत्रों में खरीदे गए कपड़े शुभ-अशुभ फल नहीं देते बल्कि पहली बार पहनने से इनके ऐसे फल मिलते हैं। आप चाहते हैं कि नई ड्रेस पहनने के शुभ परिणाम मिले तो नक्षत्रों पर नजर जरूर डालें। जानकारी शास्त्रों के अनुसार प्रस्तुत है।