अक्सर लोग माणिक्य या माणिक रत्न पहनते हैं। खासकर जिनकी कुंडली में सूर्य दूषित है या जिनकी सिंह राशि है उनको माणिक पहनने की सलाह दी जाती है, परंतु यह भी देखा गया है कि कुछ लोग मन से ही माणिक पहन लेते हैं और वह भी शनि की अंगुली में। अनार के दाने-सा दिखने वाला गुलाबी आभा वाला रत्न बहुमूल्य है। आओ जानते हैं माणिक पहनने संबंधी नुकसान और फायदे।
1. माणिक या माणिक्य से राजकीय और प्रशासनिक कार्यों में सफलता मिलती है। यदि इसका लाभ हो रहा है तो आपके चेहरे पर चमक आ जाएगी अन्यथा सिरदर्द होगा और पारिवारिक समस्या भी बढ़ जाएगी। अपयश झेलना पड़ सकता है।
2. यह रत्न सूर्य ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और इसे कुंडली के अनुसार ही धारण करने का विधान है अन्यथा यह नुकसान पहुंचा सकता है।
3. नकली माणिक पहने से भी कई तरह के नुकसान झेलने पड़ सकते हैं। कहते हैं कि सबसे उत्तम बर्मा का माणिक होता है।
4. कितने कैरेट या रत्ती का माणिक पहनना चाहिए यह भी जानना जरूरी है। ऐसा भी होता है कि ज्यादा कैरेट का आपको सूट ना हो या कम कैरेट का सूट ना हो।
5. माणिक को नीलम, हीरा और गोमेद के साथ पहनना नुकसानदायक हो सकता है। माणिक को मोती, पन्ना, मूंगा और पुखराज के साथ पहन सकते हैं।
6. शनि की राशियों या लग्न में माणिक पहनने से पूर्व ज्योतिष की सलाह जरूर लें।
7. माणिक्य को लोहे की अंगुठी में जड़वाकर पहनना नुकसानदायक है।
8. माणिक्य का प्रभाव अंगूठी में जड़ाने के समय से 4 वर्षों तक रहता है, इसके बाद दूसरा माणिक्य जड़वाना चाहिए।