बहुत से लोग गले में चांदी की चेन या अंगुलियों में अंगुठी पहनते हैं। कुछ लोग मोतियों की माला या चांदी में मोती की अंगुठी पहनने हैं। ज्योतिष में चांदी या मोती का संबंध चंद्रमा और शुक्र से है। दोनों ही शरीर के जल तत्व और कफ को नियंत्रित करते हैं। इनके प्रयोग से मन मजबूत और दिमाग तेज होता है। साथ ही चंद्रमा की समस्याओं को शांत किया जा सकता है। आ जानते हैं इसे पहनने के 10 नुकसान।
1.अत्यधिक भावुक लोगों और क्रोधी लोगों को चांदी या मोती नहीं पहनना चाहिए। इससे उनकी भावुकता या क्रोध में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
3.ज्योतिष के अनुसार चंद्र 12वें या 10वें घर में है तो मोती नहीं पहनना चाहिए।
4.ज्योतिष के अनुसार ही वृष, मिथुन, कन्या, मकर और कुम्भ लग्न के लिए मोती धारण करना नुकसानदायक है।
5. यह भी कहा गया है कि शुक्र, बुध, शनि की राशियों वालों को भी मोती धारण नहीं करना चाहिए।
6.कहते हैं कि मोती के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद धारण करने से नुकसान होता है। मोती के साथ पीला पुखराज और मूंगा ही धारण कर सकते हैं।
7.यदि आपका मन अशांत है या कुंडली में चंद्रमा क्षीण है तो मोदी पहनने की सलाह दी जाती है। लेकिन यदि आपकी प्रकृति शीत वाली है तो मोती पहनने से नुकसान हो सकता है।
8.ज्योतिष के अनुसार मेष, सिंह और धनु राशि वालों के लिए चांदी बहुत अच्छी नहीं होती है।
9.कुंडली में चंद्र अशुभ प्रभाव दे रहा हो, तो चांदी या मोती से बनी कोई भी वस्तु न तो दें और न ही लें।
10.शरीर में जल तत्व और कफ की प्रकृति को समझकर ही चांदी या मोती पहने अन्यथा नुकसान होगा। चांदी के साथ अन्य धातु मिलाकर ना पहनें।