अंक ज्योतिष को अंग्रेजी में न्यूमेरोलॉजी (Numerology) कहा जाता है। इसमें हर मूलांक का कोई न कोई ग्रह स्वामी होता है। इसके ग्रह स्वामी से जाना जा सकता है कि कोई सा अंक किस ग्रह के प्रभाव में है। जैसे अंक 1 का स्वामी सूर्य, 2 का चंद्रमा, अंक 3 का बृहस्पति, अंक 4 का राहु, अंक 5 का बुध, अंक 6 का शुक्र, अंक 7 का केतु, अंक 8 का शनि और अंक 9 का मंगल ग्रह है।
सन् 2019 को जोड़ें तो इसका मूलांक 3 है। मूलांक 3 का स्वामी बृहस्पति था, लेकिन वर्ष 2020 मूलांक (2+0+2+0 = 4) 4 है। मूलांक 4 पर राहु का प्रभाव माना गया है।
राहु एक ऐसा ग्रह है जो राजनीतिक उठापटक, तकनीक, बिजली और शिक्षा के क्षेत्र में नकारात्मक या सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। मतलब यह कि इस वर्ष का स्वामी राहु है तो यह निश्चित ही राजनीति और तकनीकी क्षेत्र में भारी उथल-पुथल करने वाला है। यह सूचना प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में भी भारी परिवर्तन का संकेत देता है।
यदि अंक शास्त्र को मानें तो इस वर्ष राजनीति, कानून एवं प्रशासन के क्षेत्र में भारी उठापटक होने और बिजली एवं सूचना के सभी क्षेत्रों में भी परिवर्तन होने की संभावना व्यक्त की जा सकती है।
भारत के संदर्भ में ऐसा माना जा सकता कि भारत को अपने पड़ोसी देशों से खतरे का सामना करना पड़ेगा। घुसपैठ एवं षड्यंत्रकारी योजनाएं बढ़ जाएगी। केंद्र और राज्य में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष में कई मुद्दों पर अत्यधिक टकराव होगा और जनता में चिंता बनी रहेगी।
लेकिन इसका एक सुखद पहलू यह भी है कि राहु सकारात्मक असर डालता है तो हर क्षेत्र में रोजगार और नौकरी के अवसर बढ़ेंगे। खासकर आईटी, ऑटो, फिल्म, शिक्षा, बैंकिंग, बीमा, टेलीकॉम, एवियेशन, होटल्स, फार्मा, ई-कॉमर्स, सेना और पुलिस में अवसर बढ़ेंगे।
सूचना- उपरोक्त भविष्यवाणी अंक ज्योतिष के आधार पर है। अंक ज्योतिष कितना सही और कितना नहीं यह शोध का विषय हो सकता है।